दीवाली-छठ पर जाना है घर? लंबी दूरी की ट्रेनों में सीटें फुल, अब ये तरीका ही है एकमात्र सहारा
Train News इस बार दिवाली 12 नवंबर को व छठ पूजा 17 नवंबर से शुरू होगी। इस वजह से नवंबर का महीना शुरू होने से पहले ही ट्रेनों में सीटें फुल नजर आने लगी थी। अब तो आलम यह है कि तत्काल ही एकमात्र सहारा नजर आ रहा है। इसके साथ ही कुछ लोगों की उम्मीदें पूजा स्पेशल ट्रेनों पर भी टिकी हुई हैं।
By Ravindra kumarEdited By: Aysha SheikhUpdated: Mon, 06 Nov 2023 11:02 AM (IST)
संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा)। दिवाली और छठ पूजा की वजह से वीवीआइपी ट्रेन राजधानी से लेकर तमाम एक्सप्रेस व मेल ट्रेनों में आरक्षित सीटें फुल हो चुकी हैं। दिल्ली से कोडरमा, हजारीबाग रोड, पारसनाथ, गोमो और धनबाद होकर पश्चिम बंगाल और उडीसा जाने वाली ट्रेनों में लंबी वेटिंग चल रही हैं।
ऐसे में, लोगों को अब तत्काल टिकट का ही सहारा है। धनबाद और रांची से खुलने वाली ट्रेनों में अब तक बोगी बढ़ाने की घोषणा नहीं हुई है। इसकी वजह से यात्रियों को त्योहार पर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
दिवाली 12 व छठ पूजा 17 नवंबर से शुरू
कोडरमा स्टेशन से लोग उतरकर हजारीबाग प्रमंडलीय क्षेत्र के हजारीबाग बरही, बरकाकाना, गिरिडीह तथा बिहार के नवादा तक जाते हैं। ऐसे में, दिवाली और छठ बाद झारखंड से वापस लौटने के लिए ट्रेन में टिकट मिलना असंभव हो जाता है।इस बार दिवाली 12 नवंबर को व छठ पूजा 17 नवंबर से शुरू होगी। ऐसे में, 8 नवंबर के बाद की तारीखों के लिए दिल्ली-मुंबई से आने वाली ट्रेनों में वेटिंग चल रही है। दिवाली और छठ पर झारखंड आने वालों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
पूजा स्पेशल ट्रेनों पर टिकीं उम्मीदें
भुवनेश्वर राजधानी, रांची राजधानी एक्सप्रेस में एसी व स्लीपर में लंबी वेटिंग है। ऐसे में, पर्व में घर आने वालों की अब तत्काल व पूजा स्पेशल ट्रेनों पर उम्मीदें टिकी हुई हैं। दीपावली-छठ के समय में बिहार-झारखंड आने वाली ट्रेनों की बुकिंग शुरू होते ही लोग सीटें आरक्षित करा लेते हैं।हालांकि, इनमें से बहुत सारे लोग अपरिहार्य कारणों से पर्व के समय घर न आने की स्थिति में बाद में टिकट रद्द करा देते हैं। इस कारण भी बुकिंग अधिक होती है और वेटिंग टिकट भी सामान्य की तुलना में अधिक कन्फर्म होती है। इस उम्मीद में भी लोग ट्रेनों के एसी व स्लीपर कोच के लिए अधिक वेटिंग ले लेते हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।