Move to Jagran APP

हैंडपंप में मांस धोने से मना किया तो ग्रामीण को पहनाई गई जूते-चप्‍पल की माला, ग्राम प्रधान सहित चार गिरफ्तार

लातेहार में आदिवासी ग्रामीण को जूते-चप्‍पल की माला पहनाकर घुमाने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। महज 12 घंटे के अंदर चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है इसमें ग्राम प्रधान नासीर अंसारी व उसका बेटा बाबर अंसारी भी शामिल है। उसकी गलती बस इतनी थी कि उसकी पत्‍नी ने घर के बाहर लगे चापाकल में मांस धोने से लोगों को मना किया था।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Wed, 13 Sep 2023 10:23 AM (IST)
Hero Image
गिरफ्तार चार आरोपितों के साथ पुलिस पदाधिकारियों की तस्‍वीर।
जासं, हेरहंज (लातेहार)। झारखंड में लातेहार के हेरहंज थाना क्षेत्र में ग्रामीण को जूते-चप्पल का माला पहनाकर घुमाने के मामले में पुलिस ने ग्राम प्रधान समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। हेरहंज थाना में बरवाडीह अनुमंडल के पुलिस पदाधिकारी दिलु लोहरा ने प्रेस काॅन्‍फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी।

बेवजह मासूम को सुनाई गई एकतरफा सजा

बताया कि थाना क्षेत्र के केडू ग्राम में रविवार को ग्राम प्रधान नासीर अंसारी की अध्यक्षता में ग्रामीणों ने बैठक की थी। इसके बाद आदिवासी युवक भिखारी गंझू को जूते-चप्पल की माला पहनाकर गांव में घुमाया था।

इसके पूर्व भिखारी को समाज की अवहेलना का आरोप लगाकर बहिष्कृत कर दिया गया था। समाज में पुन: शामिल करने के दंड स्वरूप उसे जूता-चप्पल की माला पहनाकर घुमाने का फरमान जारी किया गया था।

पीड़ित भिखारी गंझू

यह भी पढ़ें: जिस बीवी की खातिर दुबई कमाने गया शख्‍स, उसी ने साइबर ठग प्रेमी से मिलकर लूटा, ऊपर से लगा दिया दहेज का आरोप

12 घंटे के अंदर पुलिस ने की आरोपितों की गिरफ्तारी

पीड़िता की पत्नी सकुंती देवी ने इस संबंध में हेरहंज थाना में सोमवार को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उसके आवेदन के आधार पर हेरहंज थाना में एससी-एसटी एक्ट के अलावा कई धाराओं में ग्राम प्रधान समेत पांच नामजद व अन्य ग्रामीणों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था।

पुलिस अधीक्षक लातेहार के निर्देश पर घटना के बारह घंटे के अंदर आरोपित ग्राम प्रधान नासीर अंसारी पिता स्व. दुखन अंसारी, बाबर अंसारी पिता नासीर अंसारी, विनोद सिंह उर्फ विनोद पाहन पिता रामदेव सिंह, पूर्व पारा शिक्षक बृजमोहन भुइयां पिता स्व प्रभु भुइयां को गिरफ्तार कर लातेहार जेल भेज दिया।

घर में पत्‍नी और बच्‍चों के साथ बैठा गंझू

इस मामले में ग्रामीण भिखारी गंझू की गलती बस इतनी थी कि उसकी पत्‍नी ने घर के बाहर लगे चापाकल में कुछ लोगों को मांस धोने से मना किया था। इस पर ग्राम प्रधान का बेटा बाबर बौखला गया और लोगों को उनके खिलाफ भड़काने लगा। कहा कि न कोई इनके पास जाए और न इनसे बात करें।

यहां पढ़ें पूरी खबर: जूते-चप्‍पल की माला पहनाकर आदिवासी को गांव में घुमाया, आखिर किस जुर्म में ग्राम प्रधान ने सुनाई ऐसी सजा?

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।