Move to Jagran APP

आनंदमार्गियों ने उठाया आध्यात्मिक आनंद

संवाद सूत्र चंदवा (लातेहार) वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण का प्रकोप कम होने के बावजूद स

By JagranEdited By: Updated: Fri, 01 Jan 2021 06:15 PM (IST)
Hero Image
आनंदमार्गियों ने उठाया आध्यात्मिक आनंद

संवाद सूत्र, चंदवा (लातेहार): वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण का प्रकोप कम होने के बावजूद सरकार के गाइडलाइन का पालन करते हुए अमझरिया एवं उसके आसपास के सैकड़ों आनंदमार्गियों ने अपने घरों में आध्यात्मिक आनंद उठाया। आनंद मार्ग के हेड क्वार्टर आनंद नगर के वेब टेलीकास्ट के माध्यम से आनंद मार्ग प्रचारक संघ के पुरोधा प्रमुख श्रद्धेय आचार्य विश्वदेवानंद अवधूत ने बताया कि शास्त्रों में तो मोक्ष प्राप्ति के तीन मार्ग बताए गए हैं। ज्ञान, कर्म और भक्ति लेकिन बाबा श्री श्री आनंदमूर्ति कहते हैं कि भक्ति पथ नहीं अपितु लक्ष्य है जिसे हमें प्राप्त करना है। सामान्यत: लोग ज्ञान और कर्म के साथ भक्ति को भी पथ या मार्ग ही मानते हैं परंतु ऐसा नहीं है। कहा कि जीवन में जितने भी अनुभूतियां होती है वह भक्ति की अनुभूति सर्वश्रेष्ठ है। ज्ञान और कर्म मार्ग के माध्यम से मनुष्य भक्ति में प्रतिष्ठित होते हैं। कहा कि यदि भक्ति मिल गई तो सब कुछ मिल जाता है और तब प्राप्त करने को षेष कुछ नहीं बचता। आदि गुरु शंकराचार्य के विषय में जानकारी देते कहा कि वह उछ्वट ज्ञानी थे फिर भी भक्ति को श्रेष्ठ बताया। कहा कि भक्ति की प्राप्ति से मोक्ष की प्राप्ति स्वत: हो जाती है। भक्त और मोक्ष में द्वंद होने पर भक्त की विजय होती है। परम पुरुष के प्रति जो प्रेम है उसे ही भक्ति कहा जाता है। निर्मल मन से इष्ट का किया गया ध्यान भी भक्ति उपलब्ध कराने में सहायक होता है। आध्यात्मिक आनंद का लाभ उठाने वालों में भुक्ति प्रधान सुरेश, बिफई, प्रदीप, कमलेश, राजेश, विजय, चंद्रमण, प्रमोद, छोटू समेत अन्य शामिल हैं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।