हाय तौबा! बिना कनेक्शन आने लगा लंबा-चौड़ा बिल, बिजली के नाम पर ग्रामीणों संग ठगी; लोग कह रहे- हम क्यों दें पैसे?
Lohardaga News लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती जंगली-पहाड़ी पेशरार प्रखंड में बिना बिजली कनेक्शन के लोगों को लंबे-चौड़े बिजली के बिल आ रहे हैं। इससे ग्रामीण परेशान हैं। उनका कहना है कि घर में बिजली है ही नहीं बस नाममात्र का मीटर लगा है ऐसे में बिजली बिल के पैसे क्यों भरे। इधर बिजली विभाग को भी इस पर हैरानी है।
राकेश कुमार सिन्हा, लोहरदगा। लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती जंगली-पहाड़ी पेशरार प्रखंड में जिंदगी आज भी पहाड़ों और जंगलों में संघर्ष के रास्ते चल रही है। अभी कुछ वर्ष पहले ही प्रखंड के कई गांवों में बिजली पहुंची है। आजादी के लगभग 70 साल के बाद रघुवर सरकार के समय यहां के लोगों ने बिजली के दर्शन किए थे। खुशी थी कि अब उनके घर में भी बिजली की रोशनी आएगी। ऐसा हुआ भी, पर सभी जगह पर नहीं।
बिजली के नाम पर ठगी
बिजली विभाग पर आरोप लगा कि कागजों में बिजली बहाल कर दी गई है। कई गांवों और टोला में बिजली ही नहीं है। यह मामला सरकार के संज्ञान में भी आया।
अब इस मामले में कुछ चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आ रहे हैं। लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती पेशरार प्रखंड के रोरद, चांदगो, ओनेगढ़ा समेत आसपास के गांव सहित कई क्षेत्रों के लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
बिना कनेक्शन ही मिलने लगे हैं बिल
दैनिक जागरण की पड़ताल में यह बात दिखाई दी है कि कई लोगों को सिर्फ कागजों में बिजली मिली है। उनके घर पर मीटर लगा दिया गया है, परंतु बिजली पोल से कनेक्शन नहीं दिया गया। बिजली विभाग के अनुसार, पेशरार में लगभग पांच हजार बिजली उपभोक्ता हैं।
पेशरार प्रखंड में कई लोगों को बिना कनेक्शन के ही बिजली बिल भी मिलना शुरू हो चुका है। विभाग को आश्चर्य होता है कि गांव में बिजली है, पर लोग बिजली नहीं जला रहे।
यह तो संभव ही नहीं है, लेकिन सच्चाई यही है जब विभाग कनेक्शन देगा, तब ही तो लोग बिजली का उपयोग करेंगे। सिर्फ मीटर लगा देने से बिजली तो नहीं मिलती।
लंबा-चौड़ा बिल मिलने से लोग परेशान
ग्रामीण कहते हैं कि मीटर लगाने वाले ने आधार कार्ड मांगा और मीटर लगाकर चले गए। आज तक बिजली उनके घर में जली ही नहीं है।
ऐसे ही एक ग्रामीण रोरद और चांदगो के रहने वाले बैद्यनाथ किसान कहते हैं कि एक महीने पहले उन्हें 2400 रुपये का बिजली बिल विभाग की ओर से मिला है।
बिजली बिल तो मिला, पर इसका भुगतान वह क्यों करें। जब उनके घर में बिजली कनेक्शन तक नहीं है। ऐसा कई लोगों के साथ हुआ है। किसी को समझ में नहीं आ रहा कि वह करें तो क्या करें। बिना कनेक्शन के बिजली बिल मिलने से ग्रामीण परेशान हैं।
बिजली के दर्शन के लिए तरस रहे हैं ग्रामीण
पेशरार के कई गांव में कई लोग इसी प्रकार की परेशानी का सामना कर रहे हैं। पहाड़ी और जंगली क्षेत्र होने से एक तो यहां बिजली अगर कट गई, तो कई दिन तक दर्शन नहीं होते।
बिजली के दर्शन होते भी हैं, तो लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। ऊपर से कई लोगों को बिजली का कनेक्शन ही नहीं मिला है।
बिजली विभाग को भी हो रही हैरानी
पेशरार के लोग आज भी बिजली के नाम पर खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। मामले में बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता दीपक लकड़ा का कहना है कि यदि ऐसा हुआ है, तो यह आश्चर्यजनक है।
गांव में यदि बिजली है और लोग उसका उपयोग नहीं कर रहे तो यह आश्चर्य का विषय है। लोग बिजली विभाग में आवेदन दे सकते हैं। आवेदन के आधार पर बिजली विभाग द्वारा पहल करते हुए उन्हें बिजली उपलब्ध कराई जाएगी।
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