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Jharkhand News: बारिश से खिले किसानों के चेहरे, खेतों में लौटी रौनक; फसलों की अच्छी पैदावार होने की उम्मीद

लोहारदगा में मानसून की पहली बारिश के कारण किसानों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है और बारिश के बाद किसानों की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं। बारिश के कारण फसलों की अच्छी पैदावार की उम्मीद है और किसानों ने खेतों में फसल की अच्छी पैदावार की उम्मीद जताई है। इस बारिश ने खेतों को भी एक नया जीवनदान दिया है।

By Rakesh sinha Edited By: Shoyeb Ahmed Published: Sun, 30 Jun 2024 06:52 PM (IST)Updated: Sun, 30 Jun 2024 06:52 PM (IST)
लोहारदगा में बारिश से खिले किसानों के चेहरे (सांकेतिक तस्वीर)

जागरण संवाददाता, लोहरदगा। मानसून की पहली फुहार के साथ ही किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। लंबे इंतजार के बाद, जब आसमान से बूंदें बरसीं तो किसानों की उम्मीदें भी नई ऊंचाइयों पर पहुंच गईं।

बारिश के बाद किसान अपने खेतों में हल-बैल लेकर उतर गए, जहां उन्हें अपनी फसलों की अच्छी पैदावार की उम्मीदें दिखने लगी है। मानसून की यह शुरुआत किसानों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आई है।

ऐसे में किसान अपनी मेहनत को सफल होते देखने के लिए तैयार हैं और उनकी आंखों में भविष्य की सुनहरी तस्वीरें दिख रही हैं। बारिश होने के साथ किसानों के चेहरे पर मुस्कुराहट भी आई है।

हल-बैल के साथ खेत तैयार करने में जुटे किसान

बारिश होने के साथ अब गांव-गांव में अब हल-बैल की आवाजें सुनाई देने लगी हैं। किसान अपने पारंपरिक उपकरणों के साथ खेतों की जुताई में लग गए हैं। इसके साथ किसान ट्रैक्टर से भी अपने खेत को तैयार करने में जुट गए हैं।

हल बैल के साथ वे अपने खेतों को इस तरह से तैयार कर रहे हैं कि आने वाली फसलें अच्छी और भरपूर हों। खेतों की जुताई के बाद, किसानों ने बिचड़ा लगाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। वे बारीकी से बीजों का चयन कर उन्हें खेतों में बोने का काम कर रहे हैं।

बारिश के साथ किसानों के चेहरे पर आई मुस्कुराहट

मानसून की पहली बारिश की बूंदों ने किसानों के चेहरे पर मुस्कुराहट ला दी है। उनकी मेहनत और परिश्रम का फल मिलने की उम्मीद से किसान काफी खुश हैं। बारिश की इस सौगात ने न सिर्फ खेतों को जीवनदान दिया है, बल्कि किसानों के दिलों में भी नए उत्साह का संचार किया है।

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