झारखंड में जोनल कमांडर समेत दो इनामी नक्सलियों का आत्मसमर्पण, कई बड़ी वारदातों में थे शामिल
Lohardagga News झारखंड के दो बड़े नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। इसमें 16 लाख का इनामी भाकपा माओवादी जोनल कमांडर नीरज सिंह खेरवार उर्फ संजय खेरवार और छह लाख का इनामी नक्सली कमांडर खुदी मुंडा शामिल है।
By Rakesh sinhaEdited By: Yashodhan SharmaUpdated: Fri, 14 Jul 2023 02:03 AM (IST)
नीरज सिंह खेरवार ने झारखंड पुलिस की स्पेशल टीम के समक्ष लोहरदगा और लातेहार की सीमा पर स्थित जंगल में आत्मसमर्पण किया। उसपर झारखंड पुलिस ने जिंदा या मुर्दा दस लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
रांची में रखकर हो रही पूछताछ
एनआईए भी नीरज की तलाश कर रही थी। चार लाख रुपये के इनाम की घोषणा कर रखी थी। खेरवार के आत्मसमर्पण को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है और उससे रांची में रखकर पूछताछ की जा रही है।पुलिस की ओर से कोई बयान नहीं
नीरज मूल रूप से पलामू जिले के पांकी थाना क्षेत्र के आबून गांव का रहने वाला है। वह पुचु खेरवार का पुत्र है। पिछले कुछ दिनों से झारखंड पुलिस के वरीय पदाधिकारियों के संपर्क में था। हालांकि, अभी आत्मसमर्पण को लेकर पुलिस की ओर से भी कोई अधिकृत बयान सामने नहीं आया है।
इसी साल अप्रैल महीने में एनआईए ने नीरज खेरवार समेत सात नक्सलियों को मोस्ट वांटेड घोषित किया था, जिनमें रविंद्र गंझू, छोटू खैरवार, नीरज सिंह खैरवार, मृत्युंजय भुइयां, कजेश गंझू, लजीम अंसारी (मृत) और अगनू गंझू शामिल हैं।
कैसे नीरज ने किया आत्मसमर्पण?
चर्चा है कि नीरज लगातार पुलिस के बढ़ते दबाव से परेशान था। वह बिहार में आत्मसमर्पण करना चाह रहा था। इस बात की जानकारी मिलने के बाद राजधानी रांची में बैठे एक बड़े पुलिस पदाधिकारी ने उससे संपर्क साधा। इसके बाद नीरज ने आत्मसमर्पण किया।
पूछताछ पूरी के बाद पुलिस नीरज के आत्मसमर्पण के बाबत विधिवत घोषणा करेगी। झारखंड पुलिस के साथ दोनों एनआईए के लिए भी मोस्ट वांटेड थे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।