Hemant Soren: 'हेमंत सरकार ने तो सेना की जमीन तक को नहीं छोड़ा', झारखंड CM के बारे में ऐसा क्यों बोल गए Babulal Marandi
झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर राज्य का काम नहीं करने और कमाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार बालू पत्थर अवैध तरीके से बेच रही है और सेना की जमीन तक को नहीं छोड़ा है। मरांडी ने कहा कि राज्य में घुसपैठ हुई है और केंद्र सरकार ने न्यायालय में हलफनामा दायर कर दिया है।
जागरण संवाददाता, पाकुड़। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार राज्य का काम करने नहीं आई है, बल्कि यह सरकार कमाने आई है। यही कारण है कि बालू, पत्थर अवैध तरीके से बेच रही है। इस सरकार ने सेना की जमीन तक को नहीं छोड़ा। गलत तरीके से कागजात तैयार कर इसे भी बेच दिया।
उन्होंने ये बातें पाकुड़ में शुक्रवार को जनाक्रोश रैली में भाग लेने से पहले परिसदन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही।
बाबूलाल ने कहा कि यहां घुसपैठ हुई है यह सर्वविदित है। केंद्र सरकार ने न्यायालय में हलफनामा दायर कर दिया है। अब देखना है कि न्यायालय क्या आदेश देती है।
उन्होंने कहा कि मैंने तो हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि घुसपैठ पर न्यायालय को आदेश देने की जरूरत नहीं पड़े, आप स्वयं इसके खिलाफ कार्रवाई करें।
उन्होंने कहा कि राज्य में आदिवासियों की आबादी 44 फीसद से घटकर 28 फीसद रह गई । यह गंभीर चिंता का विषय है।
गड़बड़ करने वाले लोगों को सरकार दे रही संरक्षण
बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नल जल योजना को घर-घर तक पहुंचाना है परंतु यहां यह भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गई।
उन्होंने कहा कि राज्य को हेमंत सोरेन खुद अशांत कर रहे हैं और वह दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। हाल के दिनों में पाकुड़ जिला के गोपीनाथपुर गांव में घटना घटी थी और वहां असम के मुख्यमंत्री जाना चाहते थे, लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया। इससे यह पता चलता है कि जो गड़बड़ करने वाले लोग हैं उसे सरकार संरक्षण दे रही है।
तारानगर गांव की चर्चा करते हुए बाबूलाल ने कहा कि गांव में हिंदू लौट नहीं पा रहे हैं और लौटना भी नहीं चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि साहिबगंज जिला में कई गांव में आदिवासी लोगों का पूजा स्थल यानी जाहिर स्थान को भी अतिक्रमण कर लिया गया है।
मुकेश यादव ने दर्ज कराया था मामला
मार्च 2022 में मनिहारी-साहिबगंज फेरी सेवा की बंदोबस्ती कटिहार में होनी थी। उसमें जहाज को भी दिखाना था। इस वजह से मुंगेरी यादव की कंपनी कोलकाता से भाड़े पर जहाज लेकर जा रही थी जिसपर 11 मार्च 2022 को गंगा नदी में गोलीबारी की गई थी।
इसी मामले में मुंगेर के रहनेवाले मुकेश यादव ने बच्चू यादव, दाहु यादव, सुनील यादव, मुनीम यादव, काला संजय, गोरा संजय सहित 19 लोगों पर प्राथमिकी (28/2022) दर्ज कराई थी।
गोलीबारी की घटना के बाद जहाज का चालक डर गया और अगले दिन यानी 12 मार्च 2022 को जहाज लेकर वापस लौट रहा था। तब समदा में कुछ लोगों ने जहाज को वापस ले जाने से रोका।
इसी क्रम में कुछ लोगों ने फिर फायरिंग कर दी। इस घटना में जहाज पर मौजूद समदा के रहने वाले नीरज यादव को गोली का छर्रा लग गया जिससे वह घायल हो गया।
सदर अस्पताल में उसका इलाज कराया गया। बाद में उसी के बयान पर मुफस्सिल थाने में मामला (29/2022) दर्ज किया गया। इस मामले में भी बच्चू यादव को आरोपित बनाया गया था। फिलहाल, केस का ट्रायल अदालत में चल रहा है।