Jharkhand Assembly Election: 30 सीटों पर चुनाव लड़ेगी सरयू राय की पार्टी, जल्द ही यशवंत सिन्हा से करेंगे बात
Jharkhand Politics झारखंड में विधानसभा चुनाव अब करीब आ चुके हैं। वहीं कुछ दल सीटों पर मंथन कर रहे हैं तो कई उम्मीदवार ढूंढने में लगे हैं। इस बीच बीजेएम प्रमुख सरयू राय ने 30 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। सरयू नीतीश कुमार की जदयू के साथ मैदान में उतर रहे हैं। वहीं भाजपा भी सरयू के इस कदम पर नजर बनाए हुए है।
जागरण संवाददाता, पाकुड़। आगामी विधानसभा चुनाव के बाद झारखंड में किसी भी दल को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। झारखंड में बनने वाली नई सरकार में उनका भारतीय जनतांत्रिक मोर्चा अहम और निर्णायक भूमिका निभाने की स्थिति में होगा। यह बातें झारखंड में गठित भाजमो के संरक्षक व विधायक सरयू राय ने कही।
वे सोमवार को निजी कार्यक्रम में पाकुड़ आए हुए थे। सरयू राय ने कहा कि उनका भाजमो राज्य के 30 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात हुई है। उन्होंने भी झारखंड में साथ मिलकर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है।
झारखंड में भाजपा के साथ जदयू के साथ कोई गठबंधन नहीं है। दो दिन बाद यशवंत सिन्हा ने बात होने वाली है। उनका प्रयास है कि एनडीए और आइएनडीआइए गठबंधन के अलावे राज्य में मजबूत तीसरी शक्ति उभरे। जो यहां के लोगों की आकांक्षा को पूरा कर सके।
'सीएम ने भ्रष्टाचार के मुद्दों पर एक्शन नहीं लिया'
पिछले साढ़े चार साल से यह महसूस किया गया है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष राज्य के मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं है। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर दोनों एक दूसरे के पीठ खुजला रहे हैं। मुख्यमंत्री का भ्रष्टाचार के कई मुद्दों के प्रति ध्यान आकृष्ट कराया परंतु किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई।
भ्रष्टाचार केवल नारा बन गया है यह निष्ठा नहीं रह गई है। विपक्ष भी सरकार के खिलाफ कोई ठोस आरोप नहीं लगाया है केवल ईडी और सीबीआइ के भरोसे विपक्ष है। लोगों में यह धारना बन गई है कि सरकार या विपक्ष सही काम कराने और गलत काम नहीं हो इसमें भी रूचि नहीं रखता है।
'जमीनी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही भाजपा'
भाजपा पर हमला बोलते हुए सरयू राय ने कहा कि पार्टी द्वारा बांग्लादेशी घुसपैठ, डेमोग्राफी में बदलाव और आदिवासियों के साथ मुस्लिमों की शादी का मुद्दा उठाया जाता है। यह मुद्दा दूसरे जगह के हिंदुओं को टीसता है परंतु स्थानीय स्तर पर भाजपा इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही।
इन तीन मुद्दों पर उन्हें स्थानीय स्तर पर कार्रवाई करनी चाहिए। सरयू राय ने सवाल उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार जो योजनाएं भेजती है उसका लाभ पाकुड़ जिले के हिंदू समुदाय जो यहां बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक है उसे मिल रहा है कि नहीं इसकी कोई गणना नहीं हो रही। जहां मुस्लिम बहुसंख्यक है वे स्वयं सभी सुविधाएं को ले ले रहे हैं। सुविधा लेने वाले लिस्ट में हिंदुुओं का तो नाम ही नहीं रहता है।
कई लोगों ने उनसे मिलकर इसकी जानकारी दी है, जहां हिंदू अल्पसंख्यक हैं वहां विकास कार्य शून्य है। इस मामले को यहां जमीनी स्तर पर उठाना चाहिए। घुसपैठ के मुुद्दे पर भारत सरकार को सख्त कदम उठाना चाहिए औरबांग्लादेशी को वापस भेजना चाहिए। साथ ही सीमा पर इतनी सख्ती बरतें कि कोई घुसपैठिया सीमा में प्रवेश नहीं कर सके। पाकुड़ जिले में इस मुद्दों पर कुछ होता नहीं दिख रहा। भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा हिंदुत्व से जुड़ा मुद्दा तो उठाती है परंतु जहां काम करना है सिर्फ हिंदुत्व का मुखैाटा से काम नहीं चलने वाला।
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