Jharkhand News: तुगुटोला के जंगल पर माफियाओं की नजर, विभाग मौन होकर देख रहा तमाशा
Jharkhand News पाकुड़ जिले के तुगुटोला के जंगल पर माफियाओं की नजर है। यहां पर सैकड़ों एकड़ में फैले जंगल में साल सागवान शीशम आदि बहुमूल्य पेड़ लगे हुए हैं। इस जंगल पिछले कई महीनों से लकड़ी माफिया लकड़ियों की तस्करी कर रहे हैं। यहां पर रात में बेधड़क पेड़ों की कटाई हो रही है।
By Ganesh PandeyEdited By: Monu Kumar JhaUpdated: Fri, 29 Sep 2023 04:36 PM (IST)
संवाद सूत्र, पाकुड़ Jharkhand News : प्रखंड क्षेत्र के तुगुटोला गांव (Tugutola forest) के समीप जंगल पर लकड़ी माफियाओं की नजर पड़ गई है। सैकड़ों एकड़ में फैले इस जंगल में साल, सागवान, शीशम आदि बहुमूल्य पेड़ लगे हुए हैं। जंगल में बीते कई माह से लकड़ी माफिया प्रवेश कर रहे हैं। रात में बेधड़क पेड़ों की कटाई हो रही है।
बीते माह वन प्रमंडल पदाधिकारी रजनीश कुमार के निर्देश पर वन कर्मियों ने माफियाओं द्वारा काटे गए कई सिल्लियों को जब्त किया था। जिसे माफियाओं ने तस्करी के लिए दूसरी जगह ले जाने की योजना बनाई थी। गुरुवार को भी जंगल में पेड़ों को काटे जाने की सूचना मिली। पेड़ों की सिल्ली बनाकर जंगल में ही रखा गया है।
रात के अंधेरे में होती लकड़ियों कि तस्करी
ताकि उसकी तस्करी की जा सके। तस्करी के खेल में शहरग्राम के कुछ तस्कर शामिल हैं। उक्त जंगल लिट्टीपाड़ा प्रखंड के डुमरिया तालपहाड़ी गांव के सीमा को भी छूती है। बीते माह रात के अंधेरे में बाइक से लकड़ी ले जा रहे तस्करों को बस्ताडीह गांव निकट रंगेहाथ पकड़ने का प्रयास वन कर्मियों ने किया था, परंतु सफल नहीं हो पाया।विभाग को अलर्ट रहने की जरूरत
तस्कर पुनः पेड़ों की कटाई में जुट गए हैं। पेड़ों की कटाई व तस्करी रोकने के लिए स्थानीय लोगों के साथ वनविभाग के कर्मियों को भी सजग रहने की आवश्यकता है। इस संबंध में वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी विनोद सिंह ने बताया कि इसको लेकर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।यह भी पढ़ें: Jharkhand Crime News: मामा-भांजा गैंग पर एक साथ नकेल कस रही पुलिस, दागियों की बनी सूची; कुछ सफेदपोश भी रडार पर
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