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मकर संक्रांति आज, गंगा में डुबकी लगाएंगे लोग

संवाद सहयोगी पाकुड़ मकर संक्रांति पर्व गुरुवार को मनाया जाएगा। इसको लेकर बाजार में भीड

By JagranEdited By: Updated: Wed, 13 Jan 2021 05:12 PM (IST)
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मकर संक्रांति आज, गंगा में डुबकी लगाएंगे लोग

संवाद सहयोगी, पाकुड़ : मकर संक्रांति पर्व गुरुवार को मनाया जाएगा। इसको लेकर बाजार में भीड़ देखी गई। लोगों में उत्साह का माहौल था। इस पर्व में बेटी के पास चूड़ा, तिलकुट, तिलवा पहुंचाने की भी परंपरा है। इसको लेकर दो दिन पूर्व से ही बाजार गुलजार है। तिलकुट, चूड़ा सहित अन्य सामग्री की खरीदारी के लिए बुधवार को बाजारों में काफी चहल-पहल देखी गई। शहर के विभिन्न चौक-चौराहों व सड़क किनारे तिलकुट की दुकानें सजी थीं। शहर के हाटपाड़ा व रेलवे फाटक के समीप न्यू मार्केट सब्जी मंडी एवं ग्रामीण क्षेत्रो के हाटों में सब्जियों की खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। फूलगोभी, मटर, टमाटर की ज्यादा खरीद-बिक्री हुई। वहीं डेयरी काउंटर पर पहुंचकर दूध-दही की भी बुकिग कराई गई। शहर के गांधी चौक, रेलवे फाटक, हाटपाड़ा, रथमेला मैदान के सामने सहित कई स्थानों पर तिलकुट, मसका, तिलकतरी की दुकानें सजी थी। गत वर्ष की तुलना में इस साल सब्जी, तिलकुट व चूड़ा की कीमतों में काफी वृद्धि देखी गई। खासकर फूलगोभी, मटर व टमाटर के दाम में पिछले वर्ष की तुलना में दो गुणा वृद्धि रही।

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कितने में बिका तिलकुट व चूड़ा

सामग्री कीमत रुपये प्रति किलो

तिलकुट : 260 से 300

खोवा का तिलकुट : 300

चीनी का तिलकुट : 200

मसका : 140

गुड़ का तिलकुट : 220

रेवड़ी : 400

पापड़ी : 300-350

मूढ़ी का लाडू : 140

चूड़ा कतरनी : 70

देशी चूड़ा : 40 आज मेले का लुत्फ उठाएंगे लोग

संवाद सूत्र, पाकुड़िया (पाकुड़) : मकर संक्रांति पर सिदपुर में लगने वाली गरम पानी मेला की तैयारी पूरी कर ली गई है। मेले में मनोनंजन के साधन मौजूद है। यहां पाकुड़िया प्रखंड के अलावा आसपास के इलाके से काफी संख्या में आदिवासी सफाहोड़, धर्मगुरुओं का आगमन होने वाला है। मेले में पहुंचने वाले लोग गरम कुंड में आस्था की डुबकी लगाते हैं। इसके बाद मेला का आनंद उठाते हैं। तीन दिनों चलने वाली इस मेले में लोग जमकर खरीदारी करते हैं। गुरुवार से मेला का शुभारंभ होगा।

सज गई दुकानें

मेले में मीना बाजार, तारामाची, संथाली जात्रा, ओपेरा, सर्कस, बुगीबुगी डांस, मिठाई की दुकानें, लोहे व लकड़ी से निर्मित सामान की दुकानें सज चुकी हैं। मेले में जुटने वाली भीड़ को लेकर मेला समिति व पुलिस प्रशासन काफी सक्रिय हो गए हैं। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। ठंड को देखते हुए मेला परिसर में अलग-अलग स्थानों पर अलाव की भी व्यवस्था की गई है। प्रशासन की ओर से अग्निशमन वाहन, पेयजल के लिए पानी टंकी, प्राथमिक चिकित्सा शिविर की व्यवस्था की गई है। मेला को लेकर आसपास के लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। बुधवार की शाम से ही सफाहोड़ सिदपुर पहुंचने लगे थे। मेले में विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बुधवार की रात से ही जवानों को तैनात कर दिया गया है। मेला का समापन 16 जनवरी को होगी। मेला समिति के सदस्यों का कहना है कि प्रतिवर्ष मकर संक्रांति के दिन से लगने वाली मेला को लेकर एक माह पूर्व से ही तैयारी की जाती है। झरने की साफ-सफाई की जाती है। आसपास इलाके को भी साफ-सुथरा किया जाता है। इधर, एसडीपीओ नवनीत हेम्ब्रम ने बताया कि मेले में विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस पदाधिकारियों व जवानों को तैनात किया गया है।

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