Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

पहले मां ने अपने तीन बच्चों को तालाब में फेंका, फिर खुद कूद कर दी जान; ससुरालवालों के कान पर नहीं रेंगी जूं

Palamu Suicide News झारखंड के पलामू में एक मां ने पहले तालाब में अपना तीन बच्चों को फेंका। इसके बाद खुद भी तालाब में कूद गई और मौत को गले लगा लिया। सभी की मौत हो चुकी है बस एक बच्ची को ग्रामीणों के सामुहिक प्रयास से बचा लिया है। ससुरालवाले तालाब में कूदने की घटना के जानकारी मिलने के बाद भी तालाब तक नहीं पहुंचे।

By Jagran NewsEdited By: Aysha SheikhUpdated: Sat, 04 Nov 2023 01:01 PM (IST)
Hero Image
हैदरनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जुटे ग्रामीण व अन्य

संवाद सूत्र, हैदरनगर (पलामू)। हैदरनगर थाने के मोकहर कला पंचायत के पसियाडीह गांव से शनिवार की सुबह एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक मां ने पहले अपनी दो बेटियों व एक बेटे को तालाब में फेंक दिया और फिर खुद तालाब में कूद कर जान दे दी।

तालाब में डूबने से एक पांच वर्षीय पुत्र कर्ण उर्फ मोदी व सात वर्षीय पुत्री लाडली सहित मां निर्मला देवी की मौत हो गई। गनीमत रही कि एक बच्ची को ग्रामीणों के सामुहिक प्रयास से बचा लिया गया। घटना शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे की है।

ग्रामीणों ने क्या जानकारी दी?

हैदरनगर थाना के मोकहर कला पंचायत के पसियाडीह गांव के जवाहिरी राम की 30 वर्षीय पत्नी निर्मला देवी अपने बच्चों के साथ घर पर थी। ग्रामीणों के अनुसार, मृतक निर्मल देवी का पति दो दिन पूर्व ही प्रदेश कमाने गया था।

सुबह सास व देवर से लड़ाई के बाद मां अपने तीन बच्चों को लेकर तालाब के पास पहुंच गई। तीनों बच्चों को तालाब में फेंक खुद भी कूद गई, जिसके बाद जानकारी मिलते ही ग्रामीण उसे बचाने की कोशिश में जुट गए। तीनों बच्चों व मां को ग्रामीणों ने सामुहिक प्रयास से तालाब से निकाल लिया।

चार वर्षीय बच्ची की बच गई जान

ग्रामीणों सभी को लेकर आनन-फानन में हैदरनगर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने देखने के बाद दो बच्चों सहित मां को मृत घोषित कर दिया। हालांकि, एक चार वर्षीय बच्ची गुड़िया जीवित बच गई।

ग्रामीणों ने बताया कि ससुर प्रसाद राम व सास फुला देवी सहित देवर विक्रम राम व विष्णु राम को तालाब में कूदने की घटना के जानकारी मिलने के बाद भी तालाब तक नहीं पहुंचे।

ग्रामीणों के प्रयास से ही सभी को तालाब से निकाल कर अस्पताल पंहुचाया गया। बाद में दस बजे प्राथमिक स्वास्थ्य हैदरनगर पहुंच कर शव को ऑटो पर लेकर गांव चलते बने।

लाचार दिखी पुलिसिया व्यवस्था

ग्रामीण मृतका और बच्चों को तालाब से निकालने के बाद हैदरनगर अस्पताल लेकर पहुंचे, जबकि घटना के दो घंटे बाद भी पुलिस नहीं पहुंच सकी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैदरनगर थाना से मात्र 500 मीटर की दूरी पर है। पुलिस की मौजूदगी नहीं होने के कारण बच्चे व मां को मृत घोषित होने के बाद स्वजन अस्पताल पहुंच कर शव को बिना पोस्मार्टम कराए ऑटो से लेकर गांव चलते बने।

ये भी पढ़ें -

हजारीबाग में कांग्रेस नेता को मारी गोली, पेट और हाथ में जाकर लगा छर्रा; जमीन को लेकर हुआ विवाद

पहले मां ने अपने तीन बच्चों को तालाब में फेंका, फिर खुद कूद कर दी जान; ससुरालवालों के कान पर नहीं रेंगी जूं

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर