वर्ष 2024 तक नल से जल योजना से जुड़ेंगे जिले के सभी ग्रामीण परिवार
संवाद सहयोगी मेदिनीनगर (पलामू) जिले में जल जीवन मिशन के तहतर्ष्ष 2024 तक जिले के सभी ग्रामी
संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : जिले में जल जीवन मिशन के तहतर्ष्ष 2024 तक जिले के सभी ग्रामीण परिवारों को नल से जल मिलना शुरू हो जाएगा। सामूहिक जनसहभागिता से ही मिशन का सफल किया जा सकता है। ये बातें जिले के उपायुक्त शशि रंजन ने कही है। वे सोमवार को स्थानीय होटल क्राउन प्लाजा में जल जीवन मिशन पर आयोजित जिला स्तरीय कार्याशाला को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले उपायुक्त शशिरंजन, पांकी विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता व जिप की कार्यकारी अध्यक्ष प्रभा देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का उद्घाटन किया। उपायुक्त ने इस योजना का अधिक से अधिक लाभ मिल सकें इसके लिए जिला स्तर पर सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित करने पर बल दिया। इस योजना के तहत सबसे पहले प्राथमिकता के तहत स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, सामुदायिक भवन व अन्य सरकारी भवनों में नल से जल उपलब्ध कराया जाना है। पांकी विधायक कुशवाहा डा. शशि भूषण मेहता ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत नल से जल पहुंचाना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। सभी लोगों को मिलकर इसे धरातल पर उतारना है। यह योजना आमजनों के लिए वरदान साबित होगा। जिला परिषद की कार्यकारी अध्यक्ष प्रभा देवी ने कहा कि जल जीवन मिशन के बारे में गांव, पंचायत व टोला स्तर पर लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। इसके अलावा अधीक्षण अभियंता सदानंद मंडल, जल गुणवत्ता के राज्य समन्वयक निरुपम नाथ सहित कई वक्ताओं ने मिशन की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए जल जीवन मिशन के जिला समन्वयक अश्विनी पांडेय ने किया।
कार्यक्रम में छतरपुर विधायक पुष्पा देवी, पलामू के डीडीसी शेखर जमुआर, सहायक दंडाधिकारी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, कार्यपालक अभियंता आशुतोष कुमार, जेएसएलपीएस के डीपीएम विमलेश शुक्ला, जल गुणवत्ता के जिला समन्वयक अवधेश कुमार पांडेय, विपलव शंकर देव सहित कई बीडीओ व सोशल मोबलाइजर उपस्थित थे। उपायुक्त ने दिलाई पानी बचाने की शपथ
: जल जीवन मिशन पर सोमवार को आयोजित कार्याशाला में
उपायुक्त शशि रंजन ने उपस्थित लोगों को पानी बचाने, जल का विवेकशील व समुचित उपयोग करने, पानी के हर एक बूंद का संचयन करने, कैच द रेन अभियान को बढ़ावा देने में सहयोग करने, पानी को एक अनमोल संपदा मानते हुए इसका उपयोग करने, अपने परिवारजनों, मित्रों व पड़ोसियों को भी पानी के विवेकपूर्ण उपयोग व उसे व्यर्थ नहीं करने के लिए प्रेरित करने आदि से संबंधित शपथ दिलाई।