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'BJP के कारण भिखारियों जैसी हो गई झारखंड की हालत'- हेमंत सोरेन ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा- 'हम नहीं मानेंगे हार'

पलामू में मंगलवार को रोजगार मेले को संबोधित करते हुए मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा को जमकर कोसा। उन्‍होंने कहा कि सबसे समृद्ध राज्‍य होते हुए भी झारखंड की स्थिति भिखारियों जैसी हो गई है। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि केंद्र की नीतियों के कारण गरीबों का पेट पालना मुश्किल हो गया है लेकिन बावजूद इन सबके हम हार नहीं मानेंगे।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Wed, 01 Nov 2023 08:25 AM (IST)
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रोजगार मेले में युवाओं को नियुक्ति पत्र देते मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन।

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू)। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड को कोयला, लोहा, अभ्रक व बालू में काफी बदनाम किया जा रहा है। देश का सबसे अमीर राज्य होते हुए भी हमारी स्थिति भिखारियों जैसी हो गई है। लेकिन हम हार मानने वाले नहीं। अब खेल, खेत व खलिहान झारखंड की पहचान बनेंगे। इसे लेकर राज्य सरकार कई योजनाएं चला रही है। कई नई योजनाएं शुरू की जा रही हैं।

केंद्र की नीतियों के कारण गरीबों का पेट पालना मुश्‍किल: सीएम

मुख्‍यमंत्री ने आगे कहा, केंद्र की नीतियों के कारण गरीबों का पेट पालना मुश्किल हो गया है। इसके बावजूद राज्य सरकार 10 रुपये में धोती-साड़ी देने का काम कर रही है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंगलवार को स्थानीय पुलिस स्टेडियम में आयोजित प्रमंडल स्तरीय रोजगार (आफर लेटर वितरण) मेले को संबोधित कर रहे थे। इसमें 5,132 युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों के लिए ऑफर लेटर प्रदान किए गए। करीब 35 मिनट के संबोधन में मुख्यमंत्री ने भाजपा व केंद्र सरकार को जमकर कोसा।

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पहले सत्‍ता से अब राज्‍य से बाहर किए जाएंगे भाजपा: हेमंत सोरेन

उन्‍होंने कहा कि झारखंड को 20 वर्षों तक दीमक की तरह चाटने वाले भ्रष्टाचार का भोपू लेकर घूम रहे हैं। मंत्री व पदाधिकारी को भ्रष्टाचार का भय दिखाकर काम नहीं करने दिया जा रहा है। वे बताएं, कहां भ्रष्टाचार है?

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन यहीं नहीं रुके, उन्होंने बगैर भाजपा का नाम लिए कहा कि अभी तो सत्ता से बाहर किए गए हैं अब राज्य से बाहर कर देंगे। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

कहा कि सभी को आवास देने का दावा करने वाली केंद्र सरकार के सौतेले रवैये से सिर्फ झारखंड में आठ लाख जरूरतमंद आवास योजना के लाभ से वंचित किए गए हैं।

झारखंड के साथ किया जा रहा सौतेला व्‍यवहार: सीएम सोरेन

राज्य की पिछली सरकार ने 11 लाख लोगों के नाम राशन कार्ड से हटा दिए थे। अब हमने 20 लाख लोगों के नाम जोड़ने का काम किया। मनरेगा में केंद्र सरकार अपने हिस्से का पैसा नहीं दे रही है। इससे हजारों मजदूरों को मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है।

ग्रामीण विकास मंत्री के साथ कई बार प्रयास किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। बैरंग वापस आ गए। अनाज आपूर्ति में सौतेला व्यवहार के कारण खुले बाजार से खाद्यान्न की खरीद की जा रही है। दाल का भी संकट आ गया है।

युवाओं को रोजगार देने का सिल‍सिला रहेगा जारी: मुख्‍यमंत्री

उन्होंने कहा कि किसी न किसी माध्यम से युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। अब तक रोजगार मेले के माध्यम से 30 से 35 हजार को रोजगार दिया जा चुका है। यह अनवरत जारी रहेगा।

युवाओं के बेहतर जीवन के मार्ग प्रशस्त किए जा रहे हैं। निजी क्षेत्र में 75 प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता देनी है। सरकारी क्षेत्रों में भी जेपीएससी व अन्य वर्ग की नौकरी दी गई है। यह प्रक्रिया जारी है।

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