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साइकिल पर कोयला लेकर चले राहुल गांधी, कहा- युवा श्रमिकों का दर्द समझना है जरूरी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज भारत जोड़ो न्‍याय यात्रा के तहत रामगढ़ पहुंचे हुए हैं। इस दौरान वह हर तबके के लोगों तक पहुंच रहे हैं। आज उन्‍होंने साइकिल पर कोयला ढोने वाले युवाओं से भी बात की। उनका दर्द समझने के लिए राहुल साइकिल पर कोयला लादकर कुछ दूरी तक ढोकर ले गए। राहुल ने कहा इनके भार को महसूस किए बिना इनकी समस्याओं को नहीं समझा जा सकता।

By Jagran News Edited By: Arijita Sen Updated: Mon, 05 Feb 2024 01:21 PM (IST)
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साइकिल पर कोयला लादकर ले जाते राहुल गांधी।
जागरण संवाददाता, रामगढ़। कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज भारत जोड़ो न्‍याय यात्रा के तहत रामगढ़ पहुंचे हुए हैं। इस दौरान वह रामगढ़ चुट्टू पालू घाटी स्थिति फांसी स्थल भी पहुंचे। यहां क्रांतिकारी टिकैत उमरांव सिंह व शेख भिखारी को फांसी दी गई थी। राहुल गांधी ने इस दौरान दोनों को श्रद्धांजलि दी। इसी कड़ी में उन्होंने घाटी में साइकिल पर कोयला लाद कर ले जा रहे लोगों से बात की और कोयला लदी साइकिल को भी थोड़ी दूर खींचा। 

कोयला ढोने वाले युवाओं के भार को राहुल ने किया महसूस

उन्‍होंने कहा कि साइकिल पर 200-200 किलो कोयला लेकर रोज़ 30-40 किलोमीटर चलने वाले इन युवाओं की आय नाम मात्र है। बिना इनके साथ चले, इनके भार को महसूस किए, इनकी समस्याओं को नहीं समझा जा सकता। इन युवा श्रमिकों की जीवनगाड़ी धीमी पड़ी, तो भारत निर्माण का पहिया भी थम जाएगा।

'स्टोव पर कोयला' राहुल के बयान पर किरकिरी

इससे पहले असम की धुबरी में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था चाय गर्म करने के लिए स्‍टोव पर कोयला रखना पड़ता है। राहुल के इस वीडियो क्लिप को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करते हुए असम के मुख्‍यमंत्री हिमंत बिस्‍वा सरमा ने कहा था, 'स्टोव पर कोयला? आपके आलू से सोना बनाने वाली बात से हम उबर ही रहे थे कि आपने स्टोव में कोयला डालकर हमे असमंजस में डाल दिया. आप होश मे तो हो?'

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