Jharkhand News: रामगढ़ में धड़ल्ले से चल रही है अवैध बालू की ढुलाई, अपराधियों के बीच वर्चस्व की जंग जारी
जिले में बालू की किल्लत दूर करने को लेकर अलग-अलग छह घाटों से बालू उठाव को लेकर एमडीओ नियुक्ति के लिए टेंडर जारी हो चुका है और इन बालू घाटों का माइनिंग प्लान बनाकर पर्यावरणीय स्वीकृति यानी इसी ली जानी बाकी है। इसके बावजूद भी जिले में बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है। प्रशासन की कोशिशों के अलावा बालू की अवैध ढुलाई जारी है।
संवाद सहयोगी, रामगढ़। Illegal Sand Business News: जिले में बालू की किल्लत दूर करने के लिए अलग-अलग छह घाटों से बालू उठाव को लेकर एमडीओ नियुक्ति के लिए टेंडर हो चुका है। ये
बालू घाट मांडू प्रखंड के लईयो, पैंकी, रामगढ प्रखंड मे सिरका, पतरातू प्रखंड मे दो बालू घाट टोकीसूद वन और टोकीसूद दो तथा गोला मे हेसापोड़ा बालू घाट को लेकर एमडीओ का टेंडर फाइनल हो चुका है। टेंडर मे सफल एमडीओ चयनित भी हो चुका है।
जिले में बालू का अवैध कारोबार है जारी
इन बालू घाटों का माइनिंग प्लान बनाकर पर्यावरणीय स्वीकृति (इसी) लिया जाना शेष है। इसके इतर जिले में बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है। प्रशासन की कोशिशों के बावजूद ट्रैक्टर से लेकर हाइवा तक से बालू की अवैध ढुलाई कराई जा रही है।जिला खनन विभाग की ओर से चयनित बालू घाटों के अलावा अवैध तरीके से भी कई बालू घाट संचालित किए जा रहे हैं। इनमें से सबसे ज्यादा पतरातू प्रखंड स्थित घाट सुर्खियों में रहते हैं।
अपराधियों के वर्चस्व के रहती है स्थिती
इन घाटों में पतरातू डीजल शेड, सयाल चोरी टुंगरी, चोरधरा, टोकीसूद के दो घाट, किरीगड़ा, सांकूल, डीजल कालोनी, महुआ टोला शामिल हैं। यहां आए दिन घाटों से होने वाली अवैध कमाई को लेकर अपराधियों में वर्चस्व की स्थिति रहती है।बालू उठाव बंद करने को लेकर अपराधियों ने बीते 9 फरवरी को बालू घाट पर हवाई फायरिंग की थी। बालू के अवैध कारोबार में सभी की हिस्सेदारी तय होती है। इसमें पुलिस अधिकारियों से लेकर आपराधिक गिरोह व उग्रवादी संगठनों तक की हिस्सेदारी तय होती है।
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