Dumka में लंपी वायरस से धड़ाधड़ हो रही मवेशियों की मौत, पशु चिकित्सक श्रावणी मेला में कर रहे ड्यूटी
Jharkhand News दुमका जिला के रामगढ़ प्रखंड के आधा दर्जन गांवों में एक सप्ताह के अंदर लंपी स्किन डिजीज से अब तक तकरीबन दो दर्जन मवेशियों की मौत हो गई है। मवेशियों की लगातार हो रही मौत से पशुपालन काफी परेशान और दहशत में हैं। पशुओं के इलाज को लेकर भी कोई समुचित व्यवस्था बहाल नहीं हो पाई है। पशु चिकित्सकाें की ड्यूटी श्रावणी मेला में लगी है।
मवेशियों की धड़ाधड़ हो रही मौतों से मचा हड़कंप
पशु चिकित्सकों की श्रावणी मेले में लगी है ड्यूटी
रामगढ़ प्रखंड के बौंडिया, सिंदुरिया, धरमपुर, ठाड़ी, मंडलचक, खरगाखिल समेत अन्य गांवों में लंपी बीमारी से पशु बीमार हैं। लंपी फैलने के बाद भी पशुपालन विभाग के इस मामले में पशुपालकों को राहत पहुंचा पाने की स्थिति में नहीं है। पशुओं के इलाज को लेकर भी कोई समुचित व्यवस्था बहाल नहीं हो पाई है। पशु चिकित्सकाें की ड्यूटी श्रावणी मेला में होने के कारण भी परेशानी हो रही है।श्रावणी मेला की ड्यूटी में हैं। रामगढ़ में एक दर्जन पशुओं की मौत लंपी स्कीन डिजिज से होने की सूचना है। यह एक वायरल बीमारी है|। इस बीमारी से बचने या छुटकारा के लिए पशुपालक को नीम का पत्ता पानी में खौला कर मवेशी को दिन में तीन-चार बार धोना चाहिए।
इससे मवेशी को काफी आराम मिलता है। इसके अलावा लंगी के लिए उपलब्ध वैक्सीन का डोज दिया जाना चाहिए। रामगढ़ में एक वाइल लंपी वैक्सीन का डोज उपलब्ध है जिससे 100 पशुओं को कवर किया जा सकता है।
मंगलवार को प्रभावित गांव में वैक्सीन का डोज दिया जाएगा। पशुपालक को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। यह बीमारी संक्रमित मवेशी के संपर्क में आने से दूसरे स्वास्थ्य मवेशी को पकड़ लेता है- डा. देव कुमार, प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी, रामगढ़।
दुमका में कुछ गाट पाक्स वैक्सीन उपलब्ध है। कितना वाइल है इसकी जानकारी नहीं है। दुमका में लंपी से पशुओं की मौत हुई है इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। पता करके ही बता सकते हैं- डा. अवधेश कुमार सिंह, जिला पशुपालन पदाधिकारी, दुमका।