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भारतीय संस्कृति में कला का अपना अलग है महत्व : मयंक

श्री गणिनाथ पब्लिक स्कूल में शनिवार को हस्तकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Updated: Sun, 12 Jan 2020 09:23 PM (IST)
भारतीय संस्कृति में कला का अपना अलग है महत्व : मयंक
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : श्री गणिनाथ पब्लिक स्कूल में शनिवार को हस्तकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न वर्ग के बच्चों ने अपने हाथों से एक से बढ़कर एक कला का प्रदर्शन करते हुए निर्णायकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रतियोगिता के दौरान बच्चों को द्वितीय पीटी का प्राप्तांक भी दिया गया। प्रतियोगिता में बच्चों ने अपने हाथों से हैंडप्रिट, फिगर प्रिट, लेडी फिगर प्रिट, पौधों का संरक्षण आदि कलाकृतियां बनाकर अपनी कला परिचय दिया। इससे पूर्व विद्यालय के प्राचार्य मंयक वर्मा ने फीता काटकर प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। बच्चों ने काफी आकर्षक मॉडल बनाकर प्रदर्शनी में लगाया। मौके पर प्रधानाध्यापक मंयक वर्मा ने कहा कि भारतीय संस्कृति में कला का अपना ही महत्व है। बच्चों को पढ़ाई के सा थ इस तरह की गतिविधियों में भी अग्रसर रहने के लिए प्रेरित किया। साथ ही सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित भी किया गया। स्कूल के सचिव एनके गुप्ता ने भी बच्चों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि जिस तरह से हस्तकला एक प्रकार से नहीं बनते उसमें अनेक रंग और अनेक वस्तुओं से अपने द्वारा बनाई जाती है। उसी प्रकार बच्चों को भी अनेक विविधताओं से भरा होना चाहिए। तभी बच्चों का सर्वांगिण विकास हो सकता है। इधर अभिभावकों सहित शिक्षकों ने मॉडलों का अवलोकन किया। मौके पर शंभु प्रसाद, सपन गोस्वामी, अमित कौर, आशा रानी, आशा सिन्हा, अमर मुखर्जी, सुमित अग्रवाल, वीरेंद्र कुमार साव, खुशबू कुमारी, पूजा पॉल, वंदना गुप्ता, नूतन, सरस्वती बनर्जी, अलीजा खान, शीला कुमारी आदि मौजूद थे।

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