Move to Jagran APP

वाशरी बंद करने के फैसले का किया विरोध

संवाद सूत्र गिद्दी (रामगढ़) सीसीएल के फक्शनल कमेटी द्वारा अरगडा प्रक्षेत्र के गिद्दी वाशरी को

By JagranEdited By: Updated: Wed, 21 Oct 2020 07:51 PM (IST)
Hero Image
वाशरी बंद करने के फैसले का किया विरोध

संवाद सूत्र, गिद्दी (रामगढ़) : सीसीएल के फक्शनल कमेटी द्वारा अरगडा प्रक्षेत्र के गिद्दी वाशरी को बंद करने के आदेश के बाद वाशरी में कार्यरत 307 कर्मियों के अन्य परियोजना में स्थानांतरण की एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। हालांकि अरगडा प्रबंधन ने कार्यरत सभी कर्मियों को प्रक्षेत्र के परियोजना में ही रखने की बात कह रही है। परंतु कर्मियों के बीच अन्य प्रक्षेत्र में स्थानांतरण का डर बना हुआ है। वहीं अरगडा सलेक्ट बॉडी के सदस्यों ने सीसीएल प्रबंधन के वाशरी बंद करने के फैसले का विरोध किया है। उन सबों का दावा है कि वाशरी के क्रशर व साइडिग को चालू कर कार्यरत कर्मियों को काम दिया जा सकता है। एनसीओइए सीसीएल सेफ्टी बोर्ड सदस्य अरुण कुमार सिंह व सलेक्ट बॉडी सदस्य मिथिलेश सिंह, रंजीत पांडेय, कन्हैया सिंह, पुरूषोत्तम पांडेय, अखिलेश सिंह का कहना है वाशरी के रॉ कोल सेक्शन में दो क्रशर न्यू आरसीआर व ओल्ड आरसीआर से 150 एमएम को कोयला क्रशर वाश होता था। जबकि क्रशर, लोडिग प्वाइंट व प्लेटफार्म का स्ट्रक्चर काफी मजबूत है। इस पर सीसीएल प्रबंधन थोड़ी बहुत राशि खर्च कर 150 एमएम कोल क्रश के जगह 100 एमएम का कोयला क्रश करने की मशीन लगा देती है, तो सीसीएल प्रबंधन द्वारा करोड़ों की लागत में बनाई गई रॉ कोल की मजबूत स्ट्रक्चर की एक यूनिट चालू भी हो जाएगा और कर्मियों को यहां काम भी मिल सकता है। इसी तरह सीएचपी साइडिग को चालू रैक लोडिग शुरू कर के भी कर्मियों को काम दिया जा सकता है। वाशरी कर्मियों का भी दावा है कि सीसीएल प्रबंधन कुछ खर्च करती है तो कम खर्च में वाशरी की स्ट्रक्चर को उपयोग करते हुए क्रशर को चालू कर इसका उपयोग किया जा सकता है। इससे सीसीएल प्रबंधन का कर्मियों के स्थानांतरण की समस्या भी दूर हो सकती है। सीसीएल सेफ्टी बोर्ड सदस्य व अरगडा सलेक्ट बॉडी के सदस्य बुधवार की शाम सीसीएल के सीएमडी से मिल वाशरी को चालू रखने की मांग करेंगे। अगर सीएमडी द्वारा वाशरी को चालू करने के पक्ष में सकारात्मकता नहीं दिखी तो क्रशर व साइडिग चालू कर कर्मियों को इंगेज करने की मांग रखेंगे।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।