Lok Sabha Elections: झारखंड में 229 में से 202 उम्मीदवारों की जमानत हुई थी जब्त, 'नोटा' का कुछ ऐसा रहा था हाल
झारखंड में 2019 लोकसभा चुनाव में एक तो अधिसंख्य सीटों पर जीत का अंतर अधिक था। वहीं विजेता और उपविजेता के बाद तीसरा उम्मीदवार इनके आसपास भी नहीं था। विजेता एवं उपविजेता के अलावा अन्य उम्मीदवारों को एक से दो प्रतिशत वोट प्राप्त करने में भी पसीना छूट गया था। स्थिति यह थी कि 88 प्रतिशत उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी।
नीरज अम्बष्ठ, रांची। झारखंड में 2019 लोकसभा चुनाव में एक तो अधिसंख्य सीटों पर जीत का अंतर अधिक था। वहीं, विजेता और उपविजेता के बाद तीसरा उम्मीदवार इनके आसपास भी नहीं था। विजेता एवं उपविजेता के अलावा अन्य उम्मीदवारों को एक से दो प्रतिशत वोट प्राप्त करने में भी पसीना छूट गया था। स्थिति यह थी कि 88 प्रतिशत उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी।
पिछले लोकसभा चुनाव में झारखंड की 14 सीटों में चार सी़टों पर विजेता तथा उपविजेता के बाद नोटा को अधिक वोट मिले थे। इनमें दुमका, गिरिडीह, खूंटी तथा सिंहभूम जैसी सीटें सम्मिलित हैं। इसी तरह, तीन सीटों पर तीसरे स्थान पर निर्दलीय उम्मीदवार रहे थे। दुमका से सुनील साेरेन तथा शिबू सोरेन के बाद तीसरे स्थान पर निर्दलीय प्रत्याशी श्रीलाल किस्कू थे। इसके बाद नोटा को वोट मिले थे।
इसी तरह रांची में तीसरे स्थान पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में रामटहल चौधरी रहे थे, जिन्होंने भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। वहीं, धनबाद में भी तीसरे स्थान पर निर्दलीय प्रत्याशी राजेश कुमार सिंह रहे थे। राज्य की 14 लोकसभा सीटों में सिर्फ चतरा में राजद के सुभाष प्रसाद यादव तथा कोडरमा में सीपीआइ (एम) के राजकुमार यादव ही पांच प्रतिशत से अधिक वोट ला सके थे।
तीसरे स्थान पर रहनेवाले उम्मीदवारों को कम वोट मिलने की बड़ी वजह गठबंधन में चुनाव लड़ना था। बता दें कि पिछले चुनाव में एनडीए गठबंधन से भाजपा और आजसू तथा यूपीए से कांग्रेस, झामुमो, झाविमो और राजद ने मिलकर चुनाव लड़ा था। हालांकि चतरा सीट पर कांग्रेस और राजद दोनों ने फ्रैंडली चुनाव लड़ा था।
229 उम्मीदवारों में 202 की हो गई थी जमानत जब्त
पिछले लोकसभा चुनाव में कुल 229 उम्मीदवारों में 202 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। कुल 204 पुरुष उम्मीदवारों में 179 तथा 25 महिला उम्मीदवारों में 23 की जमानत जब्त हुई थी। जमानत जब्त होने के दायरे में आनेवाले उम्मीदवारों का प्रतिशत राष्ट्रीय औसत से भी अधिक था।झारखंड में 88.20 प्रतिशत उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी, जबकि राष्ट्रीय सतर पर 86 प्रतिशत की ही जमानत जब्त हुई थी। जिन 202 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई थी, उनमें 25 उम्मीदवार राष्ट्रीय दलों के थे। सभी 95 निर्दलीय की जमानत जब्त हो गई थी। वहीं, नेशनल एवं स्टेट पार्टी के अलावा अन्य निबंधित पार्टियों के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई थी।
तीसरे स्थान पर रहे उम्मीदवारों/नोटा को मिले वोट
सीट - उम्मीदवार - पार्टी - वोट प्रतिशतराजमहल गोपिन सोरेन सीपीआइ (एम) 3.4दुमका श्रीलाल किस्कू निर्दलीय 1.61गोड्डा नोटा - 1.57चतरा सुभाष प्रसाद यादव राजद 9.01
कोडरमा राजकुमार यादव सीपीआइ (एम) 5.64गिरिडीह नोटा - 1.78धनबाद राजेश कुमार सिंह निर्दलीय 0.88रांची रामटहल चौधरी निर्दलीय 2.39जमशेदपुर अंजना महथा एआइटीसी 0.83
सिंहभूम नोटा - 2.76खूंटी नोटा - 2.55लोहरदगा देवकुमार धान झारखंड पार्टी 2.39पलामू अंजना भुइयां बसपा 4.43हजारीबाग भुवनेश्वर प्रसाद मेहता सीपीआइ 2.97
किस श्रेणी के दलों के कितने उम्मीदवारों की जमानत हुई थी जब्तपार्टी - कुल उम्मीदवार - जीत - जमानत जब्तनेशनल पार्टी 44 12 25स्टेट पार्टी 09 02 01निबंधित पार्टी 81 00 81
निर्दलीय 95 00 95कुल 229 14 202ये भी पढ़ें-Lok Sabha Election 2024: कौन मारेगा बाजी? झारखंड की इस सीट पर उलझा कांग्रेस का गणित, दावेदारों ने बढ़ाई टेंशन
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