Jharkhand Police: 24 पुलिस अधिकारी प्रमोशन पाकर बने IPS, CM हेमंत ने बैज लगा किया सम्मानित, 2 महिलाएं भी शामिल
Jharkhand Police मुख्यमंत्री ने कहा कि नव प्रोन्नत 24 डीएसपी में दो महिलाएं भी हैं जिन्होंने सिपाही से आइपीएस तक का सफर पूरा किया। इनमें सरोजनी लकड़ा व एमेल्डा एक्का शामिल हैं। यह झारखंड के इतिहास में पहना अध्याय है। यह कहीं न कहीं पुलिसकर्मियों के लिए माइल स्टोन बनता जा रहा है।डीजीपी अजय कुमार सिंह ने सभी नव प्रोन्नत 24 पदाधिकारियों से निष्पक्ष होकर कार्य करने के लिए कहा।
By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Mon, 24 Jul 2023 11:02 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड मंत्रालय में राज्य पुलिस सेवा से भारतीय पुलिस सेवा में नव प्रोन्नत सभी 24 अधिकारियों के लिए सोमवार को आयोजित पाइपिंग समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अधिकारियों का उत्साह वर्धन किया। उन्होंने सभी नव प्रोन्नत अधिकारियों को आइपीएस का बैज पहनाया और उन्हें उनके कर्तव्य की याद दिलाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मी-पदाधिकारी ईमानदारी से अपना काम करें, राज्य सरकार अपना कर्तव्य पूरा करेगी। मुख्यमंत्री ने गृह विभाग को यह निर्देश दिया कि वे दुर्गम क्षेत्र में पदस्थापित पुलिसकर्मियों-पुलिस पदाधिकारियों के लिए किसी बहादुरी के कार्य का इंतजार न करें, कुछ ऐसा करें कि दुर्गम क्षेत्र में पदस्थापन के साथ ही उन्हें उनका उचित सम्मान मिल सके।
यह ऐतिहासिक पल है कि लंबे अंतराल के बाद डीएसपी से आइपीएस में प्रोन्नति मिली है। विभाग में जब उनके पास प्रोन्नति की फाइल आती थी तो वे बस यही पूछते थे कि इस फाइल पर अब और कितनी बार साइन करना पड़ेगा। प्रोन्नति कब होगी। कहीं ऐसा तो नहीं कि यह फाइल सांप-सीढ़ी की तरह ऊपर-नीचे हो रही है। कभी खुशी, कभी गम के बीच से होते हुए यह सपना पूरा होते सभी देख रहे हैं।
राज्य में आइपीएस के 158 पद हैं। इनमें 110 पद सीधी बहाली के व 48 पद प्रोन्नति से भरे जाने हैं। इन्हीं 48 पदों में 24 को आइपीएस में प्रोन्नति मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका प्रयास है कि सभी विभागों में जो पदाधिकारी-कर्मी हैं, उन्हें जो हक निर्धारित है, वह मिलना चाहिए।
दो सिपाहियों ने आइपीएस तक का सफर पूरा किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि नव प्रोन्नत 24 डीएसपी में दो महिलाएं भी हैं, जिन्होंने सिपाही से आइपीएस तक का सफर पूरा किया। इनमें सरोजनी लकड़ा व एमेल्डा एक्का शामिल हैं। यह झारखंड के इतिहास में पहना अध्याय है। यह कहीं न कहीं पुलिसकर्मियों के लिए माइल स्टोन बनता जा रहा है।
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