झारखंड में पहली से 12वीं तक के सिलेबस में होगी 25% की कटौती, नौवीं से 12वीं तक दो परीक्षा; जानें विस्तार से
Jharkhand News Government School Syllabus झारखंड शिक्षा विभाग द्वारा गठित कमेटी ने 75 प्रतिशत सिलेबस पर स्वीकृति दी है। नौवीं से बारहवीं तक दो परीक्षा होगी। आधे-आधे भाग से सवाल पूछे जाएंगे। पिछले साल सिलेबस में 40 प्रतिशत की कटौती की गई थी।
By Sujeet Kumar SumanEdited By: Updated: Sun, 29 Aug 2021 06:38 PM (IST)
रांची, राज्य ब्यूरो। पिछले साल की तरह इस साल भी झारखंड के सरकारी स्कूलों में पहली से 12वीं कक्षा तक हर विषय के सिलेबस में 25 प्रतिशत पाठ कम कर दिया जाएगा। परीक्षा में 75 प्रतिशत पाठ से ही प्रश्न पूछे जाएंगे। कोरोना के कारण स्कूलों के बंद रहने के कारण बच्चों की पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई है। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों की परीक्षा को आसान बनाने की कोशिश की है। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमार पासी की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने शनिवार को 75 प्रतिशत सिलेबस पर अपनी स्वीकृति दे दी।
साथ ही कक्षा नौवीं से बारहवीं तक दो भाग में परीक्षाएं लेने की अनुशंसा करने का भी निर्णय लिया गया। कमेटी की बैठक में कक्षावार सिलेबस पर चर्चा हुई। इसमें सिलेबस के उन 25 प्रतिशत हिस्से को हटाया गया, जो पिछली कक्षाओं में पढ़ाए गए थे, या जिन्हें हटाने से पढ़ाई की निरंतरता में कोई खास असर नहीं पड़ेगा। झारखंड से संबंधित विषयों को सिलेबस से नहीं हटाया गया है। कमेटी की बैठक में सीबीएसई की तर्ज पर कक्षा नौवीं से 12वीं तक दो परीक्षाएं लेने पर भी सहमति बनी। पहली परीक्षा अर्द्धवार्षिक परीक्षा के रूप में नवंबर-दिसंबर में होगी, जबकि वार्षिक परीक्षा के रूप में अगली परीक्षा मार्च माह में होगी।
सिलेबस को भी इसी रूप में दो भागों में बांटा गया है। पहली परीक्षा में आधे भाग के सिलेबस से प्रश्न पूछे जाएंगे, जबकि दूसरी परीक्षा में शेष भाग से सवाल पूछे जाएंगे। बैठक में विभाग के संयुक्त सचिव संदीप कुमार, माध्यमिक शिक्षा के उपनिदेशक शिवेंद्र कुमार, प्राथमिक शिक्षा के उपनिदेशक प्रदीप चौबे, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के प्रशासी पदाधिकारी जयंत कुमार मिश्रा, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी अभिनव कुमार आदि उपस्थित थे।
ओएमआर शीट पर होगी पहली परीक्षा, दूसरी में लागू होगा पारंपरिक पैटर्न नौवीं से बारहवीं की परीक्षाएं आफलाइन होंगी। नवंबर-दिसंबर माह में होनेवाली पहली परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे। विद्यार्थी ओएमआर शीट पर उसका जवाब देंगे। प्रश्नपत्र झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा तैयार किया जाएगा। विद्यार्थी अपने स्कूल में ही परीक्षा देंगे। मार्च में होनेवाली दूसरे भाग की परीक्षा में परंपरागत प्रकार के विषयनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे। यह परीक्षा भी जैक द्वारा ली जाएगी। इनमें वस्तुनिष्ठ के अलावा लघु उत्तरीय, दीर्घ उत्तरीय प्रश्न आदि शामिल हैं। झारखंड एकेडमिक काउंसिल कक्षा आठ की परीक्षा पूर्व की तरह लेगा। साथ ही सरकारी स्कूलों में कक्षा तीन से बारहवीं तक प्रत्येक माह होनेवाली मूल्यांकन परीक्षा भी जारी रहेगी।
दोनों परीक्षाओं के आधार पर जारी होगा मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट का रिजल्टअबतक की तैयारी के अनुसार, मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा-2022 का परिणाम इन दोनों परीक्षाओं के आधार पर जारी होगा। यदि कोरोना संक्रमण के कारण दूसरी परीक्षा नहीं हो पाई, तो पहली परीक्षा के आधार पर परिणाम जारी कर दिया जाएगा।विभाग को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा प्रस्ताव
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा सिलेबस में कटौती का प्रस्ताव स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को भेजा जाएगा। विभागीय सचिव व मंत्री की स्वीकृति के बाद यह लागू हो जाएगा। बता दें कि पिछले साल सिलेबस में 40 प्रतिशत की कटौती की गई थी।इन स्कूलों पर होगा लागू -सभी श्रेणी के सरकारी स्कूल -अनुदानित स्कूल-झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूल।
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