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    हजारीबाग भूमि घोटाला: जेल में बंद IAS विनय चौबे के सहयोगी विनय सिंह के 6 ठिकानों पर ACB की छापेमारी

    Updated: Sun, 28 Sep 2025 03:44 PM (IST)

    रांची में आईएएस विनय चौबे के करीबी विनय सिंह के छह ठिकानों पर एसीबी ने छापेमारी की। यह कार्रवाई हजारीबाग में जमीन की अवैध जमाबंदी के मामले में की गई। विनय सिंह के घर और शोरूम समेत कई जगहों पर तलाशी ली गई। एसीबी की टीम इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।

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    IAS विनय चौबे के सहयोगी के 6 ठिकानों पर ACB की छापेमारी

    राज्य ब्यूरो, रांची। शराब व वन भूमि घोटाला मामले में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत जांच कर रही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने रविवार को नेक्सजेन आटोमोबाइल के संचालक कारोबारी विनय सिंह से जुड़े पांच ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।

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    यह छापेमारी विनय सिंह के चुटिया में अनंतपुर के थर्ड स्ट्रीट स्थित आवास, रांची के डिबडीह स्थित एसएस मोटोजेन प्राइवेट लिमिटेड (टाटा मोर्टस शोरूम), डिबडीह में ही नेक्सजेन साल्यूशन टेक्नोलोजी प्राइवेट लिमिटेड व लालपुर पीस रोड स्थित एक अपार्टमेंट आरपीओ के अलावा हजारीबाग में चली।

    रविवार की सुबह करीब सवा छह बजे से शाम करीब सवा छह बजे तक एसीबी ने रांची स्थित ठिकानों पर गहन छापेमारी की है। इस छापेमारी के दौरान एसीबी ने सभी संबंधित ठिकानों से 198 फाइलें, 27 सीपीयू, एक लैपटाप, जमीन संबंधित चार डीड व दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।

    एसीबी के अनुसार यह कार्रवाई शराब घोटाले से जुड़े गंभीर आरोपों की जांच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। बरामद किए गए दस्तावेजों को डिजिटल उपकरणों के विस्तृत विश्लेषण से और भी खुलासे होंगे। मामले की जांच जारी है।

    इधर, हजारीबाग के डेमोटांड स्थित नेक्सजेन शोरूम में टीम ने लगभग छह घंटे तक तलाशी अभियान चलाया गया। यहां एसीबी की टीम रविवार की सुबह ही पहुंच गई थी। करीब छह घंटे की तलाशी के दौरान किसी भी बाहरी को वहां जाने की इजाजत नहीं थी। यहां से भी एसीबी कुछ दस्तावेज अपने साथ ले गई है।

    बता दें कि शराब घोटाला मामले में गिरफ्तारी वारंट के बावजूद विनय सिंह की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। इस मामले में उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के पूर्व सचिव आइएएस विनय कुमार चौबे 20 मई को गिरफ्तार हुए थे। इसके बाद एक-एक कर 11 आरोपित पकड़े गए थे।

    इस मामले में विनय चौबे के करीबी नेक्सजेन के मालिक विनय सिंह भी आरोपित थे, जिनकी गिरफ्तारी के लिए एसीबी ने गिरफ्तारी वारंट भी निकाला था, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी। शराब घोटाले का यह मामला मई 2022 में लागू तत्कालीन नई उत्पाद नीति से जुड़ा है।

    तब तत्कालीन विभागीय सचिव विनय कुमार चौबे थे। उनके कार्यकाल में फर्जी बैंक गारंटी पर दो प्लेसमेंट एजेंसियां मार्शन व विजन ने शराब की खुदरा दुकानों में मैनपावर आपूर्ति का ठेका ले लिया था।

    इससे राज्य सरकार को करीब 38 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ था। सभी आरोपितों पर यह आरोप है कि एक साजिश के तहत नियमों को ताक पर रखकर अपनी चहेती कंपनियों को मैनपावर आपूर्ति का ठेका दिलाया गया था। 

    25 सितंबर को एसीबी ने वन भूमि घोटाले में विनय सिंह को किया है गिरफ्तार

    विनय सिंह को एसीबी ने हजारीबाग के वन भूमि घोटाले में 25 सितंबर को प्राथमिकी दर्ज करने के बाद गिरफ्तार किया था। उनकी गिरफ्तारी रांची स्थित आवास से हुई थी। वह वर्तमान में हजारीबाग के लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में न्यायिक हिरासत में बंद हैं।

    उनपर सरकारी अधिकारियों-कर्मियों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रचते हुए गैर मजरूआ खास व जंगल झाड़ी किस्म की भूमि की अवैध तरीके से अपने व अपनी पत्नी स्निग्धा सिंह के नाम पर खरीदने व जमाबंदी करवाने का आरोप है। आटोमोबाइल कंपनी महिंद्रा के संचालक विनय सिंह निलंबित आइएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे के करीबी हैं।

    इस विवादित जमीन की खरीद-बिक्री व जमाबंदी हजारीबाग के तत्कालीन उपायुक्त विनय कुमार चौबे के कार्यकाल में ही हुई थी। हजारीबाग के तत्कालीन उपायुक्त विनय चौबे के कार्यकाल में वन भूमि से संबंधित पांच प्लाट की अवैध तरीके से जमाबंदी हुई थी।

    मामला उजागर होने के बाद वर्ष 2013 में सभी अवैध जमाबंदी को रद किया गया था। इसे राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने भी सही ठहराया था। जंगल झाड़ी दर्ज किसी भूमि का भारत सरकार के पूर्वानुमति के बिना गैर वानिकी कार्य के लिए उपयोग करना वन संरक्षण अधिनियम का उल्लंघन है। इस मामले में भी एसीबी ने पहले प्रारंभिक जांच की थी।

    इसमें हजारीबाग के तत्कालीन उपायुक्त विनय चौबे की भूमिका भी सामने आई थी। इस जांच में पुष्टि के बाद एसीबी ने मंत्रिमंडल निगरानी एवं सचिवालय विभाग से प्राथमिकी की अनुमति मांगी। अनुमति मिलने के बाद एसीबी ने 25 सितंबर को कांड संख्या 11/25 में प्राथमिकी दर्ज की थी। इस केस में एफआइआर के दिन ही विनय सिंह की गिरफ्तारी हुई है।