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Diwali 2023 : रांची में दो साल बाद पटाखों का बाजार गुलजार, 70 करोड़ का हुआ व्यापार; ग्रीन पटाखों की हुई जमकर खरीदारी

रांची में धनतेरस की खरीदारी के बाद शहरवासी ने पटाखों की भी जमकर खरीदारी की है। दो सालों के बाद पटाखों की खूब बिक्री हुई और पटाखों का बाजार गुलजार हुआ। कयास लगाए जा रहे कि इस साल पटाखों के बाजार में करीब 70 करोड़ का व्यापार हुआ है। बच्चों ने एक ओर जहां ग्रीन पटाखों की खरीदारी की तो वहीं युवाओं ने स्काई शॉट्स की जमकर खरीदारी की।

By kumar GauravEdited By: Shashank ShekharUpdated: Sat, 11 Nov 2023 10:37 PM (IST)
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रांची में दो साल बाद पटाखों का बाजार गुलजार, 70 करोड़ का हुआ व्यापार
जागरण संवाददाता, रांची। धनतेरस के बाद शहरवासी ने पटाखों की जमकर खरीदारी की है। कोविड काल के दो वर्षों बाद बाजार में पटाखों की खूब बिक्री हुई। दो वर्षों बाद पटाखों का बाजार गुलजार हुआ है और कयास लगाए जा रहे हैं कि इस वर्ष पटाखों के बाजार में करीब 70 करोड़ का व्यापार हुआ है।

बच्चों ने जहां ग्रीन पटाखों की खरीदारी की तो वहीं, युवाओं ने स्काई शॉट्स की जमकर खरीदारी की। बाजार में प्रदूषणरहित पटाखों का बड़ा रेंज उतारा गया। जिसे खरीदने की होड़ सी मची है।

'छठ पूजा तक जारी रहता है पटाखों की बिक्री'

दुकानदारों ने बताया कि आज भी बाजार में पटाखों की बिक्री होगी और यह सिलसिला छठ पूजा तक जारी रहता है। ग्रीन पटाखों को लेकर लोगों के बीच काफी आकर्षण देखा जा रहा है। पटाखा व्यापारी आशीष विजयवर्गीय बताते हैं कि पटाखों का बड़ा रेंज बाजार में उपलब्ध है, जिसमें कलर कोटी अनार, कलर स्मोक, रोलर कास्टर से लेकर मल्टी शाट के रेंज के पटाखे खूब बिक रहे हैं।

बाजार में 30, 60 और 100 प्रकार के स्काई शाट्स की विशेष मांग है। इनकी कीमत 650 से लेकर 2600 रुपये तक है। वहीं एक हजार से लेकर 10 हजार तक के चटाई बम की भी मांग है।

बच्चों की पहली पसंद बने ग्रीन पटाखे

एक ओर जहां सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों से बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर पर चिंता प्रकट की है तो दूसरी ओर, ग्रीन पटाखों की मांग 30 प्रतिशत तक राजधानी में बढ़ी है।

राज्य सरकार ने भी ग्रीन पटाखों की बिक्री को लेकर दिशा-निर्देश जारी किया था। इस कारण पिछले वर्ष पटाखा बाजार पर 30 से 40 प्रतिशत तक असर पड़ा था। बच्चे अपने अभिभावकों के साथ विशेष रुप से ग्रीन पटाखों की खरीदारी करने पहुंचे।

ग्रीन पटाखों में बारूद का कम इस्तेमाल

बता दें कि सामान्य पटाखों के मुकाबले ग्रीन पटाखों में बारूद का कम इस्तेमाल होता है। इस वजह से इसमें धुआं कम और रोशनी अधिक होती है। इको फ्रेंडली या ग्रीन पटाखे जलने के बाद 40 से 50 प्रतिशत तक कम हानिकारक गैस पैदा करते हैं। ग्रीन पटाखे 100 रुपये से लेकर 6000 रुपये तक के ग्रीन पटाखे बाजार में उपलब्ध हैं।

इनमें सेवन साउंड, अनार, राकेट, जलेबी, गाडजिला बम, तोता बम, रंग-बिरंगी फूलझड़ियां, स्वास्तिक व्हील, हेलिकाप्टर पटाखे, 30 शाट्स, 50 शाट्स, हंटर कलर, कलर्ड अनार आदि शामिल हैं। वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन ने एहतियातन दीवाली में पटाखा बाजार के लिए 5 कलस्टर बनाए हैं।

जिला प्रशासन ने पटाखा दुकानदारों को दिए दिशा-निर्देश

जिला प्रशासन ने सभी पटाखा दुकानदारों को जरुरी दिशा-निर्देश भी दिया है। प्रत्येक कलस्टर के लिए दुकानों की संख्या तय कर दी गई है। जिला स्कूल में 10, जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम में 16, हरमू मैदान में 10 से 12 और डोरंडा व चुटिया स्थित मैदान में भी पटाखा दुकान के लिए संख्या निर्धारित कर दी गई है।

मोरहाबादी में डीबीडी काक ब्रांड की दुकान चला रहे दीपक कुमार कहते हैं कि पटाखों की खरीदारी छठ पूजा तक होती है। वहीं, महावीर फायर वर्क्स के अंकित वर्मा ने कहा कि धनतेरस तक दिनभर में एकाध खरीदार ही पहुंच रहे थे, लेकिन शनिवार को बड़ी संख्या में आए खरीदारों ने पटाखों की खरीदारी की है। आज भी खरीदार आएंगे।

पटाखों की कीमत में 20 से 25 फीसदी की बढ़ोतरी

दुकानदारों का कहना है कि बीते वर्ष की तुलना में सभी पटाखों की कीमत में 20 से 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसके बाद भी बड़ी संख्या में पटाखों की खरीदारी हुई है।

बता दें कि जिला प्रशासन ने 10 बजे रात तक ही आतिशबाजी करने की अनुमति दी है। इसके लिए पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने वायु प्रदूषण, ध्वनि समेत अन्य को नियंत्रित रखने की तैयारी शुरू कर दी है।

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