नोटों के बंडल में कैसे पहुंचा ED का पत्र... बाबूलाल ने चंपई सोरेन को लिखी चिट्ठी, कहा- CM कराएं मामले की CBI जांच
मंत्री आलमगीर आलम के करीबियों के ठिकाने पर हुई ईडी की छापामारी और इस दौरान मिले नोटों के बंडल और दस्तावेजों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इसे लेकर मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को पत्र लिखा है और इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की है क्योंकि यह एक गंभीर मामला है।
राज्य ब्यूरो, रांची। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वह ईडी की छापामारी में मिली नकदी के साथ मुख्य सचिव को केंद्रीय एजेंसी द्वारा भेजा गए पत्र मिलने की सीबीआई जांच कराएं। यह गंभीर मामला है।
भ्रष्टाचार में डूबी झारखंड सरकार: बाबूलाल
छापामारी में नोटों के बंडल में गोपनीय पत्र मिलना एक गंभीर मामला है। देशभर में चर्चा हो रही है कि झारखंड सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है।
उन्होंने याद दिलाया कि आठ मई 2023 को मुख्य सचिव, झारखंड को पत्र लिखा गया। नौ मई को मुख्य सचिव ने ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव को कार्रवाई के लिए आदेश दिया। सचिव ने इस मामले में रूचि नहीं दिखाई।
नोटों के बंडल में मिला गोपनीय पत्र
गोपनीय पत्र मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव के कर्मचारी जहांगीर आलम के घर से छापेमारी में नोटों के बंडल में मिला। जिस पत्र के आधार पर सचिव को भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करना चाहिए था, इसे दबाकर भ्रष्टाचार के जरिए अकूत संपत्ति अर्जित करने का धंधा चलता रहा। पत्र मंत्री के निजी सचिव तक कैसे पहुंचा, यह जांच का विषय है। इस गंभीर मामले में आप चुप रहे और कार्रवाई नहीं की तो आपराधिक षड्यंत्र का आरोपी बनने से बच नहीं पाएंगे।
ईडी को मिले कई जरूरी कागजात
गौरतलब है कि मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव कुमार लाल के नौकर जहांगीर के हरमू रोड स्थित फ्लैट से अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग से संबंधित कागजात मिले हैं।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नाम की भी एक पर्ची मिली है। दस्तावेजों की देर रात तक छानबीन चलती रही। ईडी ने सभी कागजात जब्त कर लिए हैं।
राजेश ठाकुर के नाम से मिली पर्ची
राजेश ठाकुर के नाम से मिली एक पर्ची में 23 जून, 2023 के एक पत्र का जिक्र है, जिसमें हजारीबाग के कटकमदाग की प्रखंड विकास पदाधिकारी शालिनी खलखो को हजारीबाग से कहीं दूर भेजने के लिए लिखा गया है। लिखा गया है कि उन्हें हटाना जरूरी है। उसी पन्ने पर नीचे राजेश ठाकुर पीसीसी लिखा हुआ है।
ट्रांसफर पोस्टिंग के अन्य कागजात में विधायक प्रदीप यादव ने गोड्डा के पोड़ैयाहाट बीडीओ महेश्वरी प्रसाद को यथावत रखने, गोड्डा के कार्यपालक दंडाधिकारी एजाज आलम की सेवा ग्रामीण विकास विभाग से दुमका के सरैयाहाट बीडीओ के पद पर करने की अनुशंसा की है।
इसी तरह जेपीएससी द्वितीय बैच की तीन अगस्त 2020 से जरमुंडी बीडीओ फुलेश्वर मुर्मू को बीडीओ गोड्डा सदर करने की अनुशंसा हुई है। यह भी लिखा गया है कि देवघर के देवीपुर बीडीओ के पद पर किसी ओबीसी, एसटी या एससी की पोस्टिंग करनी है।
वीरेंद्र राम मामले में कार्रवाई से संबंधित पत्र भी मिला
जहांगीर के आवास से ईडी ने वह पत्र भी बरामद किया है, जिसे ईडी ने झारखंड सरकार के मुख्य सचिव को लिखा था। वह पत्र ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम व अन्य के विरुद्ध छानबीन में मिले तथ्यों से संबंधित था।
ईडी ने छानबीन में मिले तथ्यों से राज्य सरकार को अवगत कराने के लिए मुख्य सचिव को भेजा था ताकि टेंडर कमीशन घोटाले में संलिप्त अधिकारियों पर सरकार के स्तर से कार्रवाई हो सके।
मुख्य सचिव से वह पत्र ग्रामीण विकास विभाग के सचिव को भेजा गया था। वही पत्र सोमवार को ईडी की छापेमारी में जहांगीर के फ्लैट से मिला। अब ईडी का संदेह पुख्ता हो गया है कि इस खेल में बड़े-बड़े अधिकारियों से लेकर नेताओं तक की मिलीभगत है। सभी बिंदुओं पर ईडी की छानबीन जारी है।
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