Bank Closed: कल से चार दिन बैंक बंद, पैसों का कर लें इंतजाम
शनिवार से अगले चार दिन राज्यभर के सभी बैंक बंद रहेंगे। बैंकों के निजीकरण के विरोध में जहां 15 व 16 मार्च को हड़ताल के कारण दो दिन बैंकों में ताला लटका रहेगा। वहीं महीने के दूसरे शनिवार व रविवार के कारण 13 व 14 को बैंक बंद रहेंगे।
By Vikram GiriEdited By: Updated: Fri, 12 Mar 2021 11:23 AM (IST)
रांची, जासं । कल यानि शनिवार से अगले चार दिन राज्यभर के सभी बैंक बंद रहने वाले हैं। बैंकों के निजीकरण के विरोध में जहां 15 व 16 मार्च को हड़ताल के कारण दो दिन बैंकों में ताला लटका रहेगा। वहीं, महीने के दूसरे शनिवार व रविवार के कारण 13 व 14 को बैंक बंद रहेंगे। ऐसे में अगर आप कैशलेस शॉपिंग पर यकीन नहीं करते हैं, तो पैसे का इंतजाम कर लें।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स द्वारा बुलाई गई इस बंदी का असर देखने को मिलेगा। इस दौरान राज्यभर के सभी बैंक बंद रहेंगे। इससे करोड़ों के ट्रांजेक्शन पर असर पड़ेगा। यूएफबीयू के संयुक्त संयोजक एमएल सिंह ने कहा कि सरकार बैंकों को भी बेचने जा रही है। ये निजीकरण की एक हद है। इसके विरोध में हम 15 एवं 16 मार्च को बैंकों में अखिल भारतीय हड़ताल की घोषणा करते हैं।
इस हड़ताल में अधिकारी और कर्मचारी दोनों शामिल होंगे। एमएल सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा बैंकिंग सुधार के नाम पर पिछले तीन दशकों से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण करने की साजिश चल रहा है। वर्तमान सरकार इसके पहलुओं को ठीक से अध्ययन किए बगैर अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष एवं विश्व बैंक के दबाव पर तीव्रता से पहल कर रही है।
ग्रामीण बैंक भी रहेंगे बंद
यूनाइटेड फोरम आफ आरआरबी यूनियंस के आह्वान पर राजधानी के बैंक 15 और 16 मार्च को बंद रहेंगे। ग्रामीण बैंक के भी सभी अधिकारी और कर्मचारी 15 और 16 मार्च को राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल होंगे। इससे पहले शुक्रवार यानी 12 मार्च को भी बैंक के प्रधान कार्यालय में और सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में बैंक कर्मी प्रदर्शन और नारेबाजी करेंगे। बैंक कर्मियों की मांग है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण ना किया जाए। ग्रामीण बैंकों में 11 वें द्विपक्षीय वेतन समझौता और आठवें संयुक्त नोट को अविलंब पूर्ण रूप से लागू किया जाए। ग्रामीण बैंक के अधिकारी नवल किशोर वर्मा ने बताया कि बैंक कर्मी रांची स्थित प्रधान कार्यालय के सामने शाम 5:15 बजे प्रदर्शन और नारेबाजी करेंगे।
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