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Cyber Fraud: हो जाएं अलर्ट! लाखों कमाने के लालच में पड़ी महिला, गंवा बैठी मोटी रकम

Cyber Crime साइबर पुलिस ने धनबाद की महिला से करीब 40 लाख रुपये ठगी करने के मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार कर है। गिरफ्तार आरोपित समीर अंसारी धनबाद के एना इस्लामपुर खानुडीह का निवासी है। पुलिस ने आरोपित के पास से बैंक खाता सिमकार्ड इंटरनेट बैंकिंग से संबंधित जानकारी और वाट्सएप चैट जब्त किया है। मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।

By Dilip Kumar Edited By: Shashank Shekhar Updated: Thu, 01 Aug 2024 06:44 PM (IST)
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साइबर ठगी के मामले में एक गिरफ्तार। सांकेतिक तस्वीर

राज्य ब्यूरो, रांची। सीआइडी के अधीन संचालित साइबर अपराध थाने की पुलिस ने धनबाद की एक महिला से 39 लाख 31 हजार 910 रुपये की साइबर ठगी में एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपित समीर अंसारी धनबाद मस्जिद के समीप एना इस्लामपुर, खानुडीह का रहने वाला है।

पुलिस ने उसके पास से कांड में शामिल बैंक खाता व इससे लिंक सिमकार्ड, इंटरनेट बैंकिंग से संबंधित जानकारी व वाट्सएप चैट बरामद किया है। इसका दूसरा साथी भी धनबाद का ही है। वह मई महीने से थाइलैंड में रह रहा है और वहां रहकर साइबर ठगी में लिप्त है।

इस कांड की शिकायतकर्ता धनबाद के बेकारबांध इलाके में रहने वाली जी. देवी हैं। वह गृहणी हैं। उन्होंने 25 जुलाई को साइबर अपराध थाना कांड संख्या 179/2024 में भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के साथ-साथ आइटी एक्ट में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

क्या है पूरा मामला

अपनी शिकायत में उन्होंने लिखा था कि उनके इंस्टाग्राम पर विज्ञापन के माध्यम से साइबर अपराधियों ने उनसे संपर्क किया। उन्हें निवेश करने पर दस गुणा अधिक राशि का प्रलोभन दिया। इसके लिए उन्हें वाट्सएप पर ग्रुप एन-विस्डम इन स्टाक-एक्यूआर 170 के जरिये जुड़ने के लिए कहा गया। इसके बाद वाट्सएप के वन टू वन ग्रुप 8789606800-वीआइपी 133 के जरिये निवेश के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए कहा गया।

उन्हें एक एक्यूआर प्रो नामक एप में अपना ट्रेडिंग अकाउंट खोलने तथा उसके जरिये निवेश करने को कहा गया। इस प्रकार उन्हें प्रलोभन देकर साइबर अपराधियों ने उनके खाते से 39 लाख 31 हजार 910 रुपये का अवैध हस्तांतरण करते हुए ठगी कर लिया।

उन्हें अपराधियों ने उक्त वाट्सएप पर भेजे गए एप के लिंक के माध्यम से निवेश करवाने के लिए उन्हें विभिन्न बैंक खाताओं में पैसे डालने के लिए बोला गया था। बैंक खातों की छानबीन के बाद साइबर अपराध थाने की पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया, जिसके माध्यम से उसके अन्य साथियों की जानकारी मिली।

साइबर अपराधी के खाते के खिलाफ 13 राज्यों में दर्ज शिकायतें

साइबर अपराध थाने की पुलिस ने एक आरोपित के पंजाब नेशनल बैंक के खाता नंबर 0230000109271609 में दस दिनों में 94 लाख 47 हजार 709 रुपये क्रेडिट हुआ है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन संचालित नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के माध्यम से प्राप्त विवरणी के अनुसार, उपरोक्त खाता के विरुद्ध 13 राज्यों में 20 शिकायतें दर्ज हैं।

इनमें हरियाणा में एक, पंजाब में एक, तमिलनाडू में एक, चंडीगढ़ में एक, उत्तर प्रदेश में एक, जम्मू कश्मीर में एक, ओडिशा में एक, छत्तीसगढ़ में एक, केरल में दो, महाराष्ट्र में दो, गुजरात में दो, तेलंगाना में दो व कर्नाटक में चार मामले शामिल हैं।

पुलिस को जांच में जानकारी मिली कि आरोपित ने अपने आधार कार्ड, पैन कार्ड के जरिये पंजाब नेशनल बैंक में खाता खुलवाया। उसने थाईलैंड में रह रहे अपने एना इस्लामपुर धनबाद निवासी सहयोगी साइबर अपराधी को ट्रांजेक्शन करने के लिए उक्त खाते से संबंधित दस्तावेज को दे दिया था।

इस तरह के अपराध से ऐसे बचें

  • - वाट्सएप, टेलीग्राम, गूगल एड के माध्यम से भेजे जाने वाले निवेश के आफर से संबंधित विज्ञापन के लिंक पर क्लिक नहीं करें, न हीं लिंक के माध्यम से किसी वेब पोर्टल या एप्लिकेशन पर रजिस्टर करें।
  • - निवेश के नाम पर वाट्सएप, टेलीग्राम के माध्यम से मिलने वाले बैंक खाता, यूपीआइ आइडी में पैसे जमा नहीं करें।
  • - अगर आप किसी फ्राड के शिकार हो गए हें तो इसकी शिकायत तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या वेबसाइट एचटीटीपीएस://डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट साइबर क्राइम डा. जीओवी डाट इन पर दर्ज करें तथा इसकी लिखित शिकायत अपने नजदीकी थाना या साइबर सेल या साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में करें।

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