क्रीमी लेयर व वर्गीकरण के आधार पर आरक्षण संबंधित सुप्रीम कोर्ट के आदेश के विरोध में विभिन्न संगठनों द्वारा बुधवार को बुलाए गए भारत बंद का झारखंड में बड़ा असर देखने को मिलने वाला है। गैर राजनीतिक वंचित जातियों के संगठनों के साथ सत्तारूढ़ राजनीतिक दलों के साथ का भी समर्थन मिल रहा है। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को इस संबंध में अलर्ट जारी किया है।
राज्य ब्यूरो, रांची।
भारत को मिल रहे समर्थन को देखते हुए झारखंड के सभी जिलों में पुलिस अलर्ट पर है।
खुफिया विभाग की सूचना पर पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों में पुलिस गश्त तेज करने को कहा है। बंद के दौरान किसी तरह की हिंसा न हो, इसका सभी ख्याल रखेंगे।
सभी जिलों के एसपी को अपने सभी बल को सतर्क रखने और हर विषम परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
इधर, झामुमो, कांग्रेस, वाम दलों, राजद सहित कई संगठनों ने 21 अगस्त के भारत बंद का समर्थन किया है। आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने इस आदेश को एससी-एसटी आरक्षण खत्म करने का षडयंत्र बताया है।
आइसा के राज्य सचिव त्रिलोकी नाथ ने एक बयान जारी कर बताया है कि आइसा पूरे राज्य में बुधवार को सड़कों पर उतरकर आम नागरिकों, दुकानदारों, वाहन मालिकों, वाहन चालकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों व सामाजिक संगठनों से शांतिपूर्ण तरीके से बंद का समर्थन करने की अपील करेगी।
झंडा-बैनर के साथ बंद कराने निकलेंगे कार्यकर्ता
झारखंड प्रदेश राजद के महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव ने कहा कि एससी, एसटी व ओबीसी के माध्यम से 21 अगस्त को बुलाए गए भारत बंद का राजद समर्थन करेगा।
बंद के दौरान प्रदेश एवं जिला राजद के तमाम नेता व कार्यकर्ता झंडा-बैनर के साथ सड़क पर उतरकर आरक्षण के फैसले का विरोध करेंगे।
आरक्षण समाप्त करने की भाजपा की मंशा
भाकपा माले
के राज्य सचिव मनोज भक्त ने एक बयान जारी कर बुधवार के भारत बंद का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा की शुरू से ही आरक्षण समाप्त करने की मंशा रही है।
वह इस दिशा में तेजी से बढ़ भी रही है।
उन्होंने मांग की है कि मोदी सरकार को अविलंब जाति जनगणना कर आरक्षण का विस्तार जरूरतमंद सामाजिक जातियों के लिए करना चाहिए।
भाकपा झारखंड राज्य परिषद के राज्य सचिव महेंद्र पाठक व जिला सचिव अजय सिंह ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर भारत बंद का समर्थन किया है।
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