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हेमंत सोरेन का बड़ा फैसला, अब टेक्निकल कोर्स के अलावा इन डिग्री वालों को भी अप्रेंटिस कराएगी सरकार; पैसे भी मिलेंगे

झारखंड में पहली बार सामान्य स्नातकों के लिए भी अप्रेंटिसशिप योजना शुरू हो रही है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 में 779 सामान्य स्नातकों को अप्रेंटिसशिप करने का अवसर प्रदान किया जाएगा। इसी तरह विज्ञान एवं तकनीकी विषयों में स्नातक तथा अप्रेंटिसशिप पूरा करने वाले 337 स्नातकों का चयन एडवांस अप्रेंटिसशिप के लिए किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने पहली बार दोनाें योजनाओं की शुरुआत की है।

By Neeraj Ambastha Edited By: Shashank ShekharUpdated: Tue, 23 Jan 2024 07:03 PM (IST)
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हेमंत सोरेन का बड़ा फैसला, अब टेक्निकल कोर्स के अलावा इन डिग्री वालों को भी अप्रेंटिस कराएगी सरकार
राज्य ब्यूरो, रांची। शैक्षणिक सत्र 2024-25 में 779 सामान्य स्नातकों को अप्रेंटिसशिप करने का अवसर प्रदान किया जाएगा। इसी तरह, विज्ञान एवं तकनीकी विषयों में स्नातक तथा अप्रेंटिसशिप पूरा करनेवाले 337 स्नातकों का चयन एडवांस अप्रेंटिसशिप के लिए किया जाएगा।

उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने पहली बार दोनाें योजनाओं को शुरू करते हुए अगले शैक्षणिक सत्र का लक्ष्य निर्धारित किया है। विभाग ने इन दोनों योजनाओं के संचालन के लिए विस्तृत गाइडलाइन उच्च एवं तकनीकी शिक्षण संस्थानों को भेज दी है।

उक्त दोनों योजनाएं भारत सरकार के बोर्ड आफ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के सहयोग से संचालित की जाएगी। इसके तहत अप्रेंटिसशिप करनेवाले स्नातकों को प्रतिमाह 12 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे। इनमें 7,500 रुपये राज्य सरकार देगी, जबकि शेष राशि बोर्ड आफ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग देगा।

इन टेक्निकल कोर्स वालों के लिए ये खास मौका

इसी तरह, पॉलीटेक्निक, डिप्लोमा तथा इंजीनियरिंग के बाद अप्रेंटिसशिप पूरा करने वाले विद्यार्थियों को एक साल का अतिरिक्त एडवांस अप्रेंटिसशिप कराया जाएगा। इसके तहत एडवांस डिप्लोमा अप्रेंटिसशिप के लिए प्रतिमाह 12 हजार रुपये तथा एडवांस डिग्री अप्रेंटिसशिप के लिए 18 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे।

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दोनों योजनाओं के संचालन के लिए सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को बोर्ड के पोर्टल पर पंजीकरण कराया गया है। बता दें कि सामान्य स्नातकों के अप्रेंटिसशिप कराने के पीछे उद्देश्य है कि चयनित विद्यार्थियों को अप्रेंटिसशिप के अलावा उच्च शिक्षण संस्थानों में मानव संसाधन की कमियों को दूर किया जा सके। इन शिक्षण संस्थानों में कई गैर शैक्षणिक पद रिक्त हैं, जिन पर अप्रेंटिसशिप के दौरान विद्यार्थियों से काम लिया जाएगा।

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