हेमंत सरकार गिराने की थी प्लानिंग, विधायकों को 10 करोड़ का आफर, कांग्रेस की प्राथमिकी में दावा
Jharkhand Congress MLAs झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि हेमंत सोरेन की सरकार गिराने के लिए विधायकों को दस करोड़ का आफर दिया गया है। असम के सीएम हेमंत बिस्वा से मिलाने का दिया जा रहा था प्रलोभन। वहीं पर राशि का भुगतान करने की योजना थी।
By M EkhlaqueEdited By: Updated: Sun, 31 Jul 2022 08:24 PM (IST)
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Congress Controversy झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कोलकाता में पैसों के साथ गिरफ्तार कांग्रेस के तीन विधायकों को लेकर प्रेस कांफ्रेंस कर दावा किया कि झारखंड की हेमंत सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस विधायकों को 10-10 करोड़ रुपये देने का प्रलाेभन दिया गया था। इसके पक्ष में उन्होंने कांग्रेस विधायक अनूप सिंह की ओर से दर्ज प्राथमिकी का हवाला भी दिया। नेताओं ने कहा कि यह घटना दुखद होने के साथ-साथ निंदनीय भी है। पूरे देश में गैर भाजपा सरकारों को इसी प्रकार से गिराया जा रहा है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र आदि राज्यों का उन्होंने उदाहरण भी दिया। इसके साथ ही उन्होंने अनूप सिंह की ओर से दर्ज प्राथमिकी का हवाला भी दिया जिसमें उन्होंने विधायकों को दस-दस करोड़ रुपये देने की बात बताई है।
मुझे तीनों बुला रहे थे कोलकाता : अनूप सिंहअनूप सिंह ने राजधानी के अरगोड़ा थाना में दिए आवेदन में कहा है कि पकड़े गए कांग्रेस के तीनों विधायकों ने उन्हें कोलकाता बुलाया था जहां से सभी गुवाहाटी निकल जाते। अनूप के आवेदन के अनुसार इरफान अंसारी ने उन्हें कहा था कि हेमंत बिस्वा से मुलाकात के बाद नई सरकार में मंत्रिमंडल में स्थान मिलना तय हो जाएगा। बिस्वा का आशीर्वाद मिल जाने के साथ ही नई दिल्ली में बैठे भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का आशीर्वाद मिलना तय है। अनूप ने कहा है कि वे ऐसी आपराधिक और अवैध कार्यवाही में शामिल नहीं होना चाहते थे और इसी कारण से पुलिस को सूचना दे रहे हैं। आवेदन के साथ भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 7सी एवं आइपीसी की धारा 120 बी के तहत कार्रवाई करने की मांग की है। आवेदन के साथ मांग की गई है कि उन लोगों की पहचान की जाए जो राज्य में सरकार को गिराने के लिए सक्रिय थे।
तीनों विधायकों पर होगी कार्रवाई : आलमगीर कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि प्रारंभिक तौर पर तीनों विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। पूरे प्रकरण में व्यापक तहकीकात के बाद आगे की कार्यवाही होगी। आलमगीर ने कहा कि जिस सरकार को जनता चुनती है उसे पैसे के बल पर अपदस्थ करने की साजिश में भाजपा शामिल है। उन्होंने लोगों से अपील की कि पैसा लेनेवाला और पैसा देनेवाला दोनों की पहचान होनी चाहिए। जनता एक विधायक को, एक पार्टी को चुनकर भेजती है सरकार बनाने के लिए लेकिन ऐसी सरकारों को काम नहीं करने दिया जाता है। उन्होंने अपील की कि मीडिया उन लोगों के नाम उजागर करे जो इस घटना के पीछे हैं।
2019 से ही सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि 2019 में जबसे हेमंत सरकार बनी तभी से सरकार गिराने की साजिश की जा रही है। जो कांग्रेस विधायक ऐसे क्रियाकलाप में संलिप्त हैं उनके खिलाफ राष्ट्रीय नेतृत्व सख्ती से कार्रवाई करे। लोकतंत्र खतरे में है और अब इसे बचाने के लिए सभी की भूमिका अहम है। पैसा लेने और देनेवाले दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
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