Jharkhand Politics: 'दिसंबर तक गिर जाएगी हेमंत सरकार', पूर्व CM रघुवर दास को हराने वाले विधायक का बड़ा दावा
पिछले विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को हराने वाले निर्दलीय विधायक सरयू राय ने बड़ा दावा किया है। सरयू राय ने दावा किया है कि हेमंत सरकार दिसंबर तक गिर जाएगी। सरकार विधिसम्मत काम नहीं कर रही है। साथ ही सरयू राय ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाने को लेकर गलत ठहराया है। वे रांची में भारतीय जनतंत्र मोर्चा के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
राज्य ब्यूरो, रांची। भारतीय जनतंत्र मोर्चा के मुख्य संरक्षक और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने दावा किया है कि हेमंत सरकार पर गंभीर संकट है। सरकार दिसंबर का महीना पार नहीं कर पाएगी।
यहां मोर्चा के प्रतिनिधि सम्मेलन में उन्होंने कहा कि जो संकेत और सूचनाएं आ रही हैं, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार दिसंबर तक शायद ही बरकरार रहे। सरकार विधिसम्मत तरीके से काम नहीं कर रही है। भ्रष्टाचार बेहद तेजी से बढ़ रहा है और सरकार से शिकायत करने के बावजूद कोई असर नहीं हो रहा है।
'लोग ईडी की मंशा पर सवाल उठाते हैं।'
सरयू राय ने कहा कि लोग ईडी की मंशा पर सवाल उठाते हैं। पूछते हैं कि ईडी सिर्फ विपक्षी पार्टियों के ही खिलाफ कार्रवाई करती है। क्या ईडी पक्षपातपूर्ण तरीके से काम नहीं करती? हो सकता है कि कहीं ईडी पर पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप सत्य हो, लेकिन क्या ईडी जिन चीजें, जिन तथ्यों, जिन दस्तावेजों को बाहर निकाल रही हैं, वह भी गलत है?
मेरा सवाल यह है कि ईडी ने जिनके विरुद्ध भी कार्रवाई की है, उस कार्रवाई में कोई मीन-मेख निकला हो तो उसे सार्वजनिक करना चाहिए, अगर कोई भ्रष्टाचार कर रहा है तो ईडी कार्रवाई करेगी। अगर किसी को लगता है कि ईडी की कार्रवाई में कोई गड़बड़ी है तो सप्रमाण उसे सार्वजनिक करें।
'झारखंड सरकार में भ्रष्टाचार काफी बढ़ गया है।'
जमशेदपुर पूर्वी के विधायक ने कहा कि झारखंड सरकार में भ्रष्टाचार काफी बढ़ गया है। भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वालों पर सख्त कार्रवाई हो। मैंने मुख्यमंत्री को कई बार लिखित में बताया कि यहां गड़बड़ी हो रही है पर उन गड़बड़ियों को दुरुस्त करने, एक्शन लेने का समय मुख्यमंत्री के पास नहीं है।
इस मुख्यमंत्री के पास गड़बड़ियों की जांच करवाकर दोषियों को सजा देने का टाइम नहीं, उसे मुख्यमंत्री पद पर नहीं रहना चाहिए।
सरकार चीजों को छुपाना चाहती है।- सरयू राय
उन्होंने कहा कि मैंने विधानसभा में प्रमाण के साथ तथ्य रखे, लेकिन उन पर कोई एक्शन नहीं हुआ। स्पीकर के निर्देश के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई। झारखंड में तीन-तीन साल तक भ्रष्टाचार को लेकर गठित कमेटी की रिपोर्ट नहीं आती। सवाल उठाया कि ये काम करने का कौन सा तरीका है?
इससे साफ है कि सरकार चीजों को छुपाना चाहती है। दवा घोटाले पर सबूतों के साथ चीजों को विधानसभा में रखा। ये सही साबित हो गईं। स्पीकर ने निर्देश भी दे दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। सरकार ऐसे ही चलेगी तो प्रशासन से आपका नियंत्रण खत्म हो जाएगा। यही अभी हो रहा है।
सरकार चाह कर भी चीजों को नहीं रोक पा रही है। ऐसे में हमें लगता है कि यह सरकार दिसंबर का महीना पार नहीं कर पाएगी। सरकार पर गंभीर संकट है।
1932 के खतियान का विरोधी नहीं- सरयू राय
सरयू राय ने कहा कि मैं 1932 के खतियान के विरोध में नहीं हूं। आप करना चाहते हैं तो करें, पर आपको 1932 और 2023 के बीच जो कुछ भी इस राज्य में घटा है, उसे समझना पड़ेगा। उसे आप न भूलें।
अगर आप उसे भूलेंगे तो राज्य नहीं चलेगा। लोग अपना खतियान दिखाते हैं। हमें उससे कोई तकलीफ नहीं है। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि इस झारखंड को अपना राज्य मानें, तभी बेहतर भविष्य सामने आएगा।
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