हेमंत सरकार को लेकर राजभवन के एक्शन पर BJP की नजर, गांडेय सीट खाली होने के बाद झारखंड में गरमाई सियासत
गांडेय विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद से झारखंड का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। इस बीच ठंड में भी सियासी गरमाहट देखने को मिल रहा है। अब एक बार फिर से राज्यपाल जब से चेन्नई से वापस लौटे हैं तब से और राजनीति गरमा गई है। हेमंत सोरेन सरकार को लेकर प्रदेश भाजपा ने राजभवन से कई बार शिकायतें कर रखी हैं।
राज्य ब्यूरो, रांची। हेमंत सोरेन सरकार को लेकर प्रदेश भाजपा ने राजभवन से कई बार शिकायतें कर रखी हैं। इनमें राज्य में खराब कानून व्यवस्था की स्थिति, ईडी के समन पर मुख्यमंत्री के नहीं जाने से उपजी स्थिति, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे शामिल हैं।
गांडेय विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद अचानक से झारखंड की राजनीतिक स्थिति में उबाल आ गया है। झामुमो, कांग्रेस और राजद नेता राजनीतिक अस्थिरता के लिए केंद्र सरकार और भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेता हेमंत सोरेन सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
राज्यपाल भी कर चुके हैं टिप्पणी
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन अपने तमिलनाडु दौरे से पहले राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर चिंता जाहिर कर चुके हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा खनन लीज लेने के मामले में चुनाव आयोग से आए लिफाफे को लेकर भी राज्यपाल ने कई बार कहा है कि गलत करने वालों को सजा मिलेगी। इन सारे मामलों को देखते हुए प्रदेश भाजपा के नेताओं को उम्मीद है कि राज्यपाल कोई गंभीर निर्णय लेंगे।इसमें केंद्र सरकार को राज्य के राजनीति हालात से अवगत कराते हुए पत्र लिखना, डीजीपी और मुख्य सचिव को बुलाकर जानकारी लेना जैसे कदम शामिल हैं। भाजपा सांसद निशिकांत दूबे और प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी इंटरनेट मीडिया पर राज्य सरकार को लेकर लगातार हमलावर हैं।ये भी पढ़ें: नए साल पर हेमंत सोरेन की सरकार ने दिया बड़ा तोहफा, नियोजन पदाधिकारियों की बढ़ाई सैलरी; होगा बकाया भुगतान
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