झारखंड में BJP फिर बदलेगी चेहरे? नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा जल्द, बाबूलाल मरांडी आज करेंगे नए नामों पर मंथन
झारखंड भाजपा प्रदेश कमेटी की नई कमेटी इस सप्ताह फाइनल होने की संभावना है। मंगलवार को दिल्ली में बाबूलाल मरांडी संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह और प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी इस पर मंत्रणा कर लिस्ट को अंतिम स्वरूप देंगे। तेलांगना से चुनाव प्रचार कर बाबूलाल मरांडी दिल्ली लौट चुके हैं और अब पुरानी कमेटी के कई प्रमुख नाम इस बार बाहर रखे जा सकते हैं।
दिव्यांशु, रांची। झारखंड भाजपा प्रदेश कमेटी की नई कमेटी इस सप्ताह फाइनल होने की संभावना है। मंगलवार को दिल्ली में प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह और प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी इसपर मंत्रणा कर लिस्ट को अंतिम स्वरूप देंगे।
तेलांगना से चुनाव प्रचार कर बाबूलाल मरांडी दिल्ली लौट चुके हैं। नई कमेटी में पदाधिकारियों के नाम तय करते समय लोकसभा और विधानसभा चुनाव में उनकी संगठन क्षमता को आधार बनाया जाएगा। पुरानी कमेटी के कई प्रमुख नाम इस बार बाहर रखे जा सकते हैं।
जुलाई में बाबूलाल मरांडी बने थे प्रदेश अध्यक्ष
बाबूलाल मरांडी ने इस साल चार जुलाई को प्रदेश अध्यक्ष का कार्यभार संभाला था। पिछले पांच महीनों से वो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश की बनाई कमिटी से ही काम चला रहे थे। चौदह साल बाद भाजपा में वापस आए मरांडी के लिए अब नए और पुराने कार्यकर्ताओं को बीच समन्वय बनाने की चुनौती है।
संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह को भी अब झारखंड आए सालभर से ज्यादा हो गया है। ऐसे में बाबूलाल और कर्मवीर की जोड़ी प्रदेश के लिए नई कमिटी में अनुभवी और कार्यकर्ताओं के बीच स्वीकार्य चेहरों को सामने लाएगी ऐसा अनुमान है।
संकल्प यात्रा से संगठन को मिला नया आधार
बाबूलाल मरांडी प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद करीब ढाई महीनों तक राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर संकल्प यात्रा के लिए निकले थे। इसका एक फायदा यह हुआ के उनके पूर्व के झारखंड विकास मोर्चा और अब की पार्टी भाजपा के कार्यकर्ताओं को साथ काम करने का मौका मिला।
जेवीएम कार्यकर्ताओं की सक्रियता को लेकर भाजपा के पुराने कार्यकर्ता दबी जुबान से बात करते थे। संकल्प यात्रा के बाद दोनों पक्ष एक दूसरे के करीब आए। ऐसे में जेवीएम से आए कार्यकर्ताओं को भी नई कमेटी में लिए जाने पर कोई असंतोष नहीं हो, पार्टी ने इसका इंतजाम कर लिया है।
OBC-सामान्य वर्ग के कार्यकर्ताओं को मिलेगी जगह
बाबूलाल मरांडी आदिवासी समाज से हैं, जबकि भाजपा विधायक दल के नेता अमर कुमार बाउरी अनुसुचित जाति से आते हैं। रघुवर दास को ओडिशा का राज्यपाल बनाए जाने के बाद वैश्य और ओबीसी वर्ग को प्रतिनिधित्व देने के लिए राज्यसभा सदस्य आदित्य साहू को प्रमुख पद दिया जा सकता है।
सामान्य वर्ग भाजपा का बड़ा वोट बैंक है। उसको प्रतिनिधित्व देने के लिए विधायक रणधीर सिंह और अनंत ओझा को नई टीम में अहम पद दिए जा सकते हैं। राकेश प्रसाद को भी नई टीम में प्रमुखता मिलने की संभावना है।
रांची में रहकर प्रदेश संगठन में सक्रिय लोगों को नई कमिटी में कम प्रतिनिधित्व मिल सकता है। इसकी जगह संताल परगना से किसी आदिवासी चेहरे पर पार्टी संगठन में भरोसा कर सकती है।
कार्यालय मंत्री और कोषाध्यक्ष पर भी नजर
प्रदेश की नई कमेटी में कार्यालय मंत्री के लिए किसी पुराने कार्यकर्ता के नाम पर विचार हो रहा है। विचार परिवार के किसी आनुषांगिक से भी किसी प्रमुख चेहरे को कार्यालय मंत्री बनाया जा सकता है। इसी तरह कोषाध्यक्ष के लिए भी किसी नए नाम के आने की चर्चा तेज है।
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