आदिवासी वोटों में सेंध लगाने की कोशिश में जुटी बीजेपी, क्या सीता सोरेन के आने से बदलेगा पार्टी का समीकरण?
झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गईं। अब सीता सोरेन के आने से संताल में समीकरण बदलने के प्रयास में भाजपा जुट गई है। संताल समाज पर सीता के स्वर्गीय पति दुर्गा सोरेन की बड़ी पकड़ थी। अब सीता सोरेन अपने पति से संबंधों का हवाला देकर भाजपा के लिए यहां भी वोट मांगेंगी।
राज्य ब्यूरो, रांची। झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद दुमका लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है। संताल परगना में सीता सोरेन को लाकर भाजपा ने आदिवासी वोटों में सेंधमारी का प्लान बनाया है। सीता सोरेन दुमका जिले के ही जामा से विधायक चुनी जाती रही हैं। इनके पति स्व. दुर्गा सोरेन भी जामा से विधायक चुने जाते थे।
इन नेताओं को मनाने में करनी होगी मशक्कत
हालांकि, संताल परगना में पहले से मौजूद भाजपा नेताओं लुईस मरांडी, सुरेश मुर्मू जैसे चेहरों को स्थान और सम्मान देने में भाजपा को मशक्कत करनी होगी। सुनील सोरेन को दुमका लोकसभा से भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित कर रखा है। अब सीता सोरेन को नए सिरे से टिकट देने पर उन्हें भी समझाने में मशक्कत करनी होगी।
गोड्डा लोकसभा सीट पर संताल वोटरों की बड़ी संख्या है। यहां सीता सोरेन के पति स्वर्गीय दुर्गा सोरेन 2009 में लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। संताल समाज पर दुर्गा सोरेन की बड़ी पकड़ थी।