Geeta Kora: गीता कोड़ा की 'पलटी' पर भाजपा नेता का आया बड़ा बयान, झारखंड में सियासी हलचल तेज
पूर्व मुख्यमंत्री मधुकोड़ा की पत्नी और सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा सोमवार को औपचारिक तौर पर भाजपा में शामिल हो गईं। उन्हें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भाजपा ज्वाइन करवाया। अब गीता कोड़ा के भाजपा में शामिल होने पर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि गीता कोड़ा एक ईमानदार नेता हैं। उन्होंने हमेशा इस सरकार को आईना दिखाया है।
डिजिटल डेस्क, रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधुकोड़ा की पत्नी और कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा सोमवार को औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हो गईं। उन्हें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भाजपा ज्वाइन करवाया।
अब गीता कोड़ा के भाजपा में शामिल होने पर पार्टी सांसद निशिकांत दुबे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि गीता कोड़ा एक ईमानदार नेता हैं। उन्होंने हमेशा इस सरकार को आईना दिखाया है। 1932 खतियान पर उन्होंने यह कहा कि पूरा का पूरा कोल्हान उसका अंग ही नहीं है। 1956 के बाद से कोल्हान बिहार और झारखंड का हिस्सा बना है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उन लोगों को कोई वास्तिक स्थिति पता नहीं है। उन्हें सिर्फ ये पता चल रहा है कि कांग्रेस के हाथों से चाईबासा सीट निकल गई है। इस कारण से गीता कोड़ा पर आरोप लग रहा है।
#WATCH | On Geeta Koda joining BJP in Jharkhand, BJP MP Nishikant Dubey says, "Geeta Koda is an honest leader. He has always shown a mirror to this government...As far as Madhu Koda is concerned, she is his wife, all the cases against Madhu Kauda happened during the Congress era,… pic.twitter.com/f1yBDjOWpB
मधुकोड़ा को लेकर निशिकांत दुबे ने क्या कहा
वहीं, मधुकोड़ा को लेकर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि ठीक है मधुकोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा हैं, लेकिन सारे मामले मधुकोड़ा के खिलाफ कांग्रेस के जमाने में हुआ और कांग्रेस ने ही उन्हें मुख्यमंत्री बनाया। कांग्रेस के जमाने में भ्रष्टाचार के सारे आरोप पत्र अदालत में दाखिल किए गए। ये सभी मामले अदालत में चल रहे हैं तो यदि न्यायपालिका को कांग्रेस खरीद पाती होगी तो खरीदी होगी।
निशिकांत दुबे ने आगे कहा कि वैसे वर्तमान में मोदी सरकार के नेतृत्व में न्यायपालिका इमानदारी से काम करती है। आज के समय में न्यायपालिका इमानदारी है, सुगम है और सुलभ है। इसलिए, हमारे देश का लोकतंत्र जीवित है।
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