BJP Mission Election: भाजपा के चुनावी मिशन का अगला लक्ष्य कौन? दो नेताओं को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा तेज
Jharkhand Politics झारखंड में भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी है। पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को तैयार करने के लिए कार्यक्रम सेट कर दिया है। इस बीच चंपई सोरेन के बाद विपक्षी दलों के दो नेताओं के पाला बदलने की अटकलें तेज हो गई हैं। ऐसे में महागठबंधन की सरकार एक और झटका लगने की संभावना जताई जा रही है।
राज्य ब्यूरो, रांची। Jharkhand Politics: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रमुख नेताओं में शुमार चंपई सोरेन और लोबिन हेम्ब्रम की भाजपा में एंट्री के बाद यह चर्चा आरंभ हो गई है कि अगला कौन नेता भाजपा के चुनावी मिशन के निशाने पर है।
पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने यह कहकर इन अटकलों को हवा दी है कि उनसे भी सरकार को अस्थिर करने के लिए संपर्क साधा गया था। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी जनसभाओं में लगातार यह आरोप लगा रहे हैं कि उनकी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास अभी भी जारी है।
दरअसल, भाजपा द्वारा अपने नए साथियों को खोजने के क्रम में उनका प्रभाव अहम भूमिका निभा रहा है। मधु कोड़ा को तमाम आरोपों के बावजूद पार्टी में शामिल करना भी इसकी वजह है।
हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में अपना प्रभाव दिखाकर चर्चा में आए टाइगर जयराम महतो को भी भाजपा द्वारा विचार-विमर्श के लिए आमंत्रित करने के चर्चे राजनीतिक गलियारे में हैं।ऐसे में कहा जा रहा है कि अन्य दलों से भाजपा में नेताओं के आने का सिलसिला आगे और बढ़ सकता है। कांग्रेस में इसे लेकर अत्यधिक सतर्कता भी है। विधायकों की भितरखाने निगरानी भी हो रही है।
असम के सीएम ने मुझसे बहती गंगा में हाथ धोने की बात कही: तिर्की
पूर्व मंत्री और कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की का दावा है कि सरकार को अस्थिर करने के लिए असम के सीएम हिमंता बिस्व सरमा ने उनसे भी संपर्क किया था। कुछ लोगों को झाड़-फूंक करने की आदत होती है। यही आदत उनको है।उन्होंने कहा कि झारखंड में उनकी दाल गलने वाली नहीं है। वे पिछले कुछे महीने से घूम रहे हैं। ये सांप्रदायिक भावना भड़काते हैं। घुसपैठ का आरोप लगाकार जहरीली बातें करते हैं। उन्हें सरकार को अस्थिर करने के लिए ऑफर दिया था।
तिर्की ने आरोप लगाया कि असम सीएम बहती गंगा में हाथ धोने की बात कह रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग फर्जी घुसपैठ की अफवाह फैलाते हैं। उन्हें बताना चाहिए कि असम से कितने घुसपैठियों को बाहर निकाला गया। वे सरना अलग धर्म कोड के बारे में भी कुछ नहीं बोलते।
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