संथाल परगना पर भाजपा और झामुमो में घमासान, बीजेपी के घुसपैठ के मुद्दे की काट निकालने में जुटे हेमंत सोरेन
झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने संताल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा जोरशोर से उठाया है। पीएम मोदी ने भी जमशेदपुर की रैली में इसका जिक्र किया। लेकिन ऐसा लगता है कि झामुमो ने इस मुद्दे का तोड़ निकाल लिया है। दरअसल झामुमो भाजपा पर संताल परगना को तोड़ने का आरोप लगाकर भाजपा की घेराबंदी करने में जुट गई है।
प्रदीप सिंह, रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा के रणनीतिकारों ने बंगाल की सीमा से सटे संताल परगना प्रमंडल के जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा जोरदार तरीके के उठाया है।
रविवार को जमशेदपुर की रैली में पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी इसका उल्लेख किया। इससे स्पष्ट है कि आगामी विधानसभा चुनाव में इसी के आसपास राजनीतिक बिसात बिछेगी।
पार्टी के अन्य नेता भी इसे जोरशोर से उठा रहे हैं, तो इसकी वजह झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को उसके मजबूत गढ़ में घेरना है।
भाजपा का लक्ष्य आदिवासी मतदाताओक्स को ज्यादा से ज्यादा आकर्षित करना है। झामुमो भाजपा के इस रणनीतिक मुद्दे की काट में संताल परगना के बंटवारे का आरोप लगाकर भाजपा की घेराबंदी करेगा।
हेमंत सोरेन लगा रहे तोड़ने की साजिश का आरोप
चार दिन पूर्व संताल परगना की एक जनसभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उपस्थित जनसमूह को ललकारते हुए कहा था कि भाजपा के गिद्ध संताल परगना को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं। ऐसे लोगों को गांव में घुसने नहीं देना है।
झामुमो ने विधानसभा चुनाव के लिए गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा लोकसभा में दिया गए हालिया वक्तव्य को लपक लिया है।
भाजपा सांसद ने क्या कहा था
निशिकांत दुबे ने लोकसभा में संताल परगना की डेमोग्राफी बदलने का दावा करते हुए कहा था कि बांग्लादेशी घुसपैठिये संताल परगना में आकर यहां की आदिवासी महिलाओं से शादी कर रहे हैं।
संताल परगना के साथ ही बिहार और पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण मुस्लिम आबादी बढ़ रही है। ऐसे इलाकों में हिंदुओं के गांव खाली हो रहे हैं।
भाजपा सांसद ने सदन में संताल परगना सहित बिहार के अररिया, किशनगंज, कटिहार और पश्चिम बंगाल के मालदा व मुर्शिदाबाद जिलों को मिलाकर सरकार से अलग केंद्रशासित प्रदेश बनाने की मांग की थी।
निचले स्तर तक बात पहुंचाने की कवायद
झामुमो का आरोप है कि भाजपा की योजना संताल परगना को बांटने की है। मोर्चा के रणनीतिकार इस बात को निचले स्तर तक पहुंचाने की योजना बना रहे हैं।
हेमंत सोरेन भी लगातार अपनी सभाओं में इसे प्रमुखता से उठा रहे हैं, तो इसकी वजह यही है कि भाजपा के घुसपैठ के मुद्दे पर संताल परगना के बंटवारे की उनकी भावनात्मक अपील असरकारक हो। विभिन्न माध्यमों से इससे अधिकाधिक लोगों को अवगत करा लाभ उठाने की योजना पार्टी की होगी।
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