Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

BSF स्थापना दिवस पर जवानों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब, डीजी बोले- देश विरोधी ताकतों का सामना कर बनाई अलग पहचान

बीएसएफ स्थापना दिवस समारोह जोश उत्साह व पराक्रम की छाप छोड़ गया। जितनी जबर्दश्त जवानों की जांबाजी दिखी उनका उत्साह व शौर्य दिखा उतने ही कमाल का मंच संचालन भी था। दोनों के बेहतर तालमेल ने समारोह में चार चांद लगाया। समारोह स्थल पर गूंजता एक-एक शब्द ओज से परिपूर्ण था। मंच संचालक ने जैसे ही वीर रस से सराबोर पक्तियों को आवाज दी पूरा ग्राउंड मानो शांत पड़ गया।

By Dilip KumarEdited By: Mohit TripathiUpdated: Fri, 01 Dec 2023 08:29 PM (IST)
Hero Image
BSF स्थापना दिवस पर जवानों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब।

राज्य ब्यूरो, रांची। बीएसएफ स्थापना दिवस समारोह जोश, उत्साह व पराक्रम की छाप छोड़ गया। मंच संचालक ने जैसे ही वीर रस से सराबोर पंक्तियों को आवाज दी, पूरा परेड ग्राउंड मानो शांत पड़ गया।

पंक्तियां थीं, पूजे नहीं गए वीर तो पंथ कौन अपनाएगा, तोपों के मुंह से कौन अकड़ अपनी छातियां अड़ाएगा, चूमेगा फंदे कौन, गोलियां कौन वक्ष पर खाएगा, अपने हाथों अपने मस्तक फिर आगे कौन बढ़ाएगा। जोश भरे ये उद्गार उत्साह भर रहे थे।

जवानों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब

समारोह में श्वान दस्ता, सीमा भवानी टीम व सीमा सुरक्षा बल के जवानों के हैरतअंगेज करतब धड़कन रोकने को विवश कर रहा था। क्रॉस मोटरसाइकिल रेसिंग, आग के गोले से बाहर निकलने से लेकर ट्यूब लाइट तोड़कर बाहर निकलने के करतब ने यह साबित कर दिया कि हौसले बुलंद हों तो कुछ भी असंभव नहीं होगा।

इन हैरतअंगेज करतबों के बीच फिर एक आवाज गूंजी कि अगर देखना चाहते हो, मेरी उड़ान तो थोड़ा और ऊंचा करो आसमान। बीएसएफ का मिग 17बी5 हेलिकॉप्टर भी परेड ग्राउंड के ऊपर आसमान में बीएसएफ के निशान के साथ चक्कर लगाता रहा।

BSF DG ने बल के 1968 बलिदानियों को किया याद, दी श्रद्धांजलि

बीएसएफ के स्थापना दिवस समारोह में डीजी नितिन अग्रवाल ने कहा कि यह बल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी डटा रहा और देश की आंतरिक सुरक्षा में भी महती भूमिका निभाई।

उन्होंने बीएसएफ के 1968 बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनका यह बल 6386 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कर्तव्य का निर्वहन कर रहा है। दुरूह क्षेत्रों में देश विरोधी ताकतों का सामना कर इस बल ने अलग पहचान बनाई है। क्रॉस फायरिंग में दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया है।

बीएसएफ की उपलब्धियों का किया बखान

बीएसएफ ने पाक सीमा पर जहां दुश्मनों के 90 ड्रोन को मार गिराया व 1000 किलोग्राम नशीले पदार्थों की बरामदगी की, वहीं बांग्लादेश सीमा पर 150 किलोग्राम सोना व नशीले पदार्थ को जब्त की। ओडिशा व छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के विरुद्ध इस बल ने बेहतर कार्य किया।

डीजी नितिन अग्रवाल ने बताया कि 19 नक्सलियों को गिरफ्तार किया और 41 आईडी नष्ट किया है। सीमा सुरक्षा बल ने भारत सरकार के अभियानों का भी सकुशल क्रियान्वयन किया है। चार वर्षों में 92 लाख पौधे लगाए हैं।

महिला सशक्तिकरण का बी संदेश दे रहा BSF

डीजी नितिन अग्रवाल ने आगे बताया कि गत वर्ष बीएसएफ को 20 हजार बल आवंटित हुए थे, जिनमें 17500 नव आरक्षक आए। इस वर्ष सितंबर में बल ने कीर्तिमान स्थापित किया है। आठ हजार मीटर से ऊंची चोटी को बल की दो महिलाओं ने फतह किया। यह बल देश की अखंडता को अक्षुण्ण रखते हुए देश की सीमा पर पूरी सजगता के साथ खड़ा है।

यह भी पढ़ें: Jharkhand News: CM हेमंत ने भाजपा सरकार पर कसा तंज, बोले- "अर्थव्यवस्था पैर के बल नहीं, सिर के बल खडी है"

Hazaribagh: BSF Foundation Day पर गृह मंत्री ने बांधे जवानों के तारीफों के पुल, कहा- इन्‍हीं के भरोसे हम चैन की नींद सोते हैं

Uttarkashi Tunnel Rescue: जिंदगी की जंग जीत घर लौटे झारखंड के मजदूर, शब्दों में बयां नहीं की जा सकती इनके संघर्ष की कहानी