झारखंड हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस बने न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद, अधिसूचना जारी
झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विद्युत रंजन का अंतिम कार्य दिवस 20 जुलाई है यानी कि वो 20 जुलाई को रिटायर होंगे। इसके बाद हाईकोर्ट के सबसे सीनियर जज जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद को एक्टिंग चीफ जस्टिस का कार्यभार सौंपा गया। इसके लिए अधिसूचना जारी की गई है उन्होंने 22 नवंबर 2018 को झारखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
एएनआई, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कानून और न्याय मंत्रालय के माध्यम से झारखंड हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद की नियुक्ति की अधिसूचना जारी की। भारत के संविधान के अनुच्छेद 223 के अनुसार, राष्ट्रपति झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद को मुख्य न्यायाधीश के पद के कर्तव्यों का पालन करने के लिए नियुक्त करते हैं।
झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विद्युत रंजन का अंतिम कार्य दिवस 20 जुलाई है, यानी कि वो 20 जुलाई को रिटायर होंगे। इसके बाद हाईकोर्ट के सबसे सीनियर जज जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद को एक्टिंग चीफ जस्टिस का कार्यभार सौंपा गया।
अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में ली शपथ
झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद को उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पद के कर्तव्यों का पालन करने के लिए नियुक्त करते हुए प्रसन्नता हो रही है। न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद का जन्म 20 जून 1967 को हुआ था। उन्होंने एम.ए. पास किया और एलएलबी भी किया। उन्हें झारखंड हाई कोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया है और उन्होंने 26.09.2014 को शपथ ली।झारखंड उच्च न्यायालय से ट्रांसफर होकर साल 2015 में 12 मार्च को उड़ीसा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में शामिल हुए। उन्हें उड़ीसा उच्च न्यायालय में न्यायिक अकादमी और प्रशिक्षण, कंप्यूटर समिति, ई-समिति, किशोर न्याय समिति, भवन समिति (उच्च न्यायालय और निचली अदालत), ट्रांसफर समिति, वाहन समिति, अनुसंधान सहायक नियुक्ति समिति, परिवार के सदस्य के रूप में नामित किया गया है। उन्होंने 22 नवंबर, 2018 को झारखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
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