Champai Soren: झामुमो में थे नंबर 2, BJP में 27वें पायदान पर; क्या चंपई से हो गई भारी मिस्टेक?
झारखंड मुक्ति मोर्चा में कभी नंबर दो रहे चंपई सोरेन (Champai Soren) को भाजपा (BJP) ने हाथों-हाथ लिया है लेकिन पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में वे काफी नीचे खिसक गए हैं। पहले चरण के चुनाव के लिए घोषित स्टार प्रचारकों की सूची में चंपई सोरेन को 27वां स्थान मिला है। भाजपा को भरोसा है कि इस बार चंपई की मौजूदगी से पार्टी की स्थिति में व्यापक सुधार होगा।
प्रदीप सिंह, रांची। कभी सत्तारूढ़ क्षेत्रीय दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) में नंबर दो की हैसियत रखने वाले चंपई सोरेन (Champai Soren) को भाजपा भले ही हाथों-हाथ ले रही है, लेकिन पार्टी के स्टार प्रचारकों (BJP Star Campaigners List) की सूची में वे काफी नीचे खिसक गए हैं। उल्लेखनीय है कि ईडी की गिरफ्तारी के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने उनपर भरोसा जताते हुए विपरीत परिस्थितियों में मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी थी।
चंपई सोरेन ने जबतक शासन चलाया, खुद को हेमंत पार्ट-दो भी कहते रहे। हेमंत सोरेन जब जेल से रिहा हुए तो चंपई सोरेन को पद छोड़ना पड़ा। इसके बाद वे हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बनी सरकार में मंत्री भी बनें, लेकिन ज्यादा दिन टिक नहीं पाए। खुद के अपमान का आरोप लगाकर वे झामुमो छोड़ भाजपा में शामिल हो गए।
पिता-पुत्र दोनों को मिली टिकट
पार्टी ने उन्हें सरायकेला विधानसक्षा क्षेत्र और उनके पुत्र बाबूलाल सोरेन को घाटशिला विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारा है। झामुमो के शीर्ष नेताओं में शामिल रहे चंपई सोरेन को दल के स्टार प्रचारकों की सूची में 27वां स्थान मिला है। भाजपा के शीर्ष राष्ट्रीय नेताओं और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को छोड़ दें तो राज्य के नेताओं में भी उनका स्थान नौवें पायदान पर है।उनसे पहले इस सूची में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रविन्द्र कुमार राय, पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र नाथ त्रिपाठी और प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह शामिल हैं।यह भी उल्लेखनीय है कि स्टार प्रचारकों की यह सूची पहले चरण के चुनाव के लिए घोषित की गई है। इसी चरण में चंपई सोरेन के प्रभाव वाले कोल्हान प्रमंडल में चुनाव होना है। भाजपा इस प्रमंडल में पिछले चुनाव में खाता तक नहीं खोल पाई थी। भाजपा को भरोसा है कि इस बार चंपई सोरेन की मौजूदगी से पार्टी की स्थिति में व्यापक सुधार होगा।
नफा-नुकसान को लेकर भी चर्चा
चंपई सोरेन के भाजपा में जाने के बाद इसकी प्रबल संभावना थी कि झामुमो के कुछ विधायक उनके साथ आ सकते हैं। झामुमो के रणनीतिकारों ने डैमेज कंट्रोल करने में तत्काल कामयाबी पाई। टिकट वितरण तक इसका कयास लगाया जाता रहा। उधर, चंपई सोरेन के झामुमो छोड़ने के बाद भाजपा को उथल-पुथल का सामना करना पड़ा।चंपई के विरुद्ध चुनाव लड़ने वाले गणेश महली झामुमो में चले आए। इसके अलावा, पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू ने दल छोड़ दिया। इससे भाजपा के भीतर यह भी आकलन हो रहा है कि पार्टी को इस प्रक्रिया में कितना नफा-नुकसान हुआ।
अभी चंपई सोरेन को लगातार आदिवासी वोटों को आकर्षित करने की मुहिम में लगाया गया है। वे आदिवासी स्वशासन प्रणाली से जुड़े लोगों तक पार्टी की बातें मजबूती से पहुंचा रहे हैं। लगातार उनकी सभाओं का आयोजन किया जा रहा है। वे हेलीकॉप्टर के जरिए प्रचार अभियान में जुटे हैं।ये भी पढ़ें- 'झारखंड में आग लगाने आते हैं हिमंत बिस्व सरमा', नामांकन के बाद असम CM पर क्यों आगबबूला हो गईं लुईस मरांडी
ये भी पढ़ें- Jharkhand Election 2024: तेजस्वी यादव ने BJP नेताओं को बताया 'असली घुसपैठिया', कहा- हेमंत को जेल में डालने का बदला लेगी जनता
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।