चंपई सोरेन अब कहां जाएंगे? BJP कोर ग्रुप ने बनाई नई रणनीति, रांची से 1300 KM दूर होगा आखिरी फैसला
चंपई सोरेन को लेकर सियासी अटकलों का बाजार गर्म है। अभी वह कहां जाएंगे इसपर फैसला नहीं हुआ है। बीजेपी में जाने की खबरें अभी भी चल रही हैं। इस बीच बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक हुई। बैठक में कोर ग्रुप ने एकजुटता दिखाते हुए कहा कि सभी नेता केंद्रीय नेतृत्व का फैसला मानेंगे। साफ है कि रांची से 1300 KM दूर दिल्ली में ही चंपई पर आखिरी फैसला होगा।
राज्य ब्यूरो, रांची। लंबे समय से प्रतीक्षित झारखंड प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी बैठक रणनीति तय करने के साथ ही एकजुटता का संदेश देने में भी सफल रही। प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी समेत कोर कमेटी के सभी सदस्य एक साथ बैठे तो विधानसभा चुनाव में जीतने का संकल्प लिया गया।
खास बात यह रही कि चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और हिमंत बिस्वा सरमा भी बैठक में ऑनलाइन जुड़े। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो नेता चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने पर भी चर्चा हुई। कोर कमेटी में तय किया गया कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व जो तय करेगा उसपर प्रदेश कमेटी काम करेगी।
चंपई सोरेन पर सॉफ्ट रहेंगे बीजेपी नेता
बता दें कि चंपई सोरेन के मामले में प्रदेश भाजपा को केंद्रीय नेतृत्व से सॉफ्ट रहने का निर्देश मिला है। यही वजह है कि कोर कमेटी बैठक से पहले अर्जुन मुंडा ने बयान जारी कर चंपई सोरेन को आंदोलनकारी बताया।हेमंत सरकार पर तेज होगा राजनीतिक हमला
हेमंत सोरेन सरकार पर तेज होगा राजनीतिक हमला कोर कमेटी की बैठक में भाजपा नेताओं ने विधानसभा चुनाव से पहले मौजूदा हेमंत सोरेन सरकार पर राजनीतिक हमला तेज करने का फैसला किया है।
23 मार्च को आयोजित भाजपा युवा मोर्चा की आक्रोश रैली में रोजगार के सवाल पर सभा नेता सरकार को जिम्मेदार ठहराएंगे। इसके बाद महिला मोर्चा और ओबीसी मोर्चा की तरफ से भी हेमंत सरकार के खिलाफ प्रदेश स्तर का विरोध कार्यक्रम आयोजित होगा।
ये भी पढ़ें- Champai Soren: 'अपनों' को छोड़ा, फिर भी 'अपने' नहीं हुए चंपई; समझिए 'टाइगर' की सियासी फिल्म का स्क्रीनप्ले
ये भी पढ़ें- Champai Soren: चंपई सोरेन बनाएंगे नई पार्टी! संन्यास नहीं लेंगे, रास्ते में दोस्त मिले तो साथ चलेंगे
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।