Move to Jagran APP

Champai Soren: चंपई सोरेन के तेवर पड़े नरम! बोले- पोस्ट से बताया अपना दर्द, बेटी से मिलने गया था दिल्ली

Champai Soren चंपई सोरेन ने फिलहाल भाजपा में जाने के सवाल को नकार दिया है। चंपई ने कहा कि मैंने कभी भी नहीं बोला कि मैं भाजपा में शामिल होने दिल्ली जा रहा हूं। चंपई ने स्पष्ट रूप से बताया कि झामुमो को खड़ा करने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की है। आगे की रणनीति के बारे में अभी उन्होंने सोचा नहीं है। जल्द किसी नतीजे पर विचार करेंगे।

By Jagran News Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 20 Aug 2024 11:42 PM (IST)
Hero Image
Champai Soren : चंपई सोरेन दिल्ली से झारखंड लौट आए हैं।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर/सरायकेला/घाटशिला। झारखंड से अचानक दिल्ली पहुंचकर एक पोस्ट के जरिए राजनीति‍क हलचल मचा देने वाले पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन (Champai Soren) तीन दिन बाद मंगलवार को दिल्ली से वापस लौट आए।

कोलकाता से सीधे सड़क मार्ग से जमशेदपुर आने के क्रम में वे बहरागोड़ा में कुछ देर रुके। जहां झामुमो कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। चंपई भी कार्यकर्ताओं से मिले।

इस दौरान दिल्‍ली जाने व भाजपा में शामिल होने के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि दिल्ली का दौरा मेरा निजी दौरा था, हमने पोस्ट करके अपने दिल का दर्द बता दिया। जो भावना है उस पर हम कायम हैं। अभी वहीं तक आप लोग रहिए। बाकी आप लोग इंतजार कीजिए।

मैंने कभी नहीं कहा भाजपा में शामिल होने जा रहा : चंपई

रास्‍ते में फोन पर पूछे जाने पर उन्‍होंने कहा कि मैंने कभी नहीं कहा कि मैं भाजपा (BJP) में शामिल होने के लिए दिल्‍ली जा रहा हूं। मैं दिल्ली अपनी बेटी से मिलने के लिए गया था।

मेरा पोता भी मेरे साथ था। वहां रक्षा बंधन में रुक गया था। मैंने किसी भी भाजपा के नेता से मुलाकात नहीं की। भाजपा में शामिल होने जैसी बात, ऐसा कौन कह रहे हैं, मुझे नहीं पता। मैं अपने निजी काम से दिल्‍ली गया था।

झामुमो के लिए काफी मेहनत की : सोरेन

उन्होंने कहा कि झामुमो को खड़ा करने के लिए मैंने काफी मेहनत की है। अब आगे क्या करना है, यह अभी मैंने सोचा नहीं है। घर जाकर बैठकर आराम से सोचने के बाद ही किसी नतीजे पर विचार करूंगा।

उन्होंने (Champai Soren) कहा कि आगे मुझे राजनीति में क्‍या करना है। यह सोचकर अपना फैसला दूंगा। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के अचानक दिल्ली चले जाने के बाद पूरे झारखंड में चर्चाएं शुरू हो गई थीं। चर्चा थी कि मंत्री चंपई सोरेन भाजपा में शामिल होने वाले हैं।

बयानबाजी हो गई थी तेज

इसी चर्चा के कारण कांग्रेस, भाजपा और झामुमो (JMM Crisis) के बीच बयानबाजी शुरू हो गई थी। तीनों पार्टी एक दूसरे को कोसने में लगी थीं।

हालांकि, 15 अगस्त को बिरसा मुंडा स्टेडियम में एक बार भी अपने भाषण में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम नहीं लेना।

अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल (Champai Soren) में किए गए कार्यों को जनता के बीच रखना, भाजपा के बड़े नेताओं द्वारा मंत्री चंपई सोरेन की तारीफ करना आदि बातों ने सियासी अटकलों को हवा दे दी थी।

पूरे झारखंड में इस बात की चर्चा होने लगी थी कि मंत्री चंपई सोरेन भाजपा में शामिल होने वाले हैं। जब वे दिल्ली चले गए तो इस चर्चा को और बल मिल गया था।

ये भी पढ़ें- Champai Soren: आखिर भाजपा को क्यों है चंपई सोरेन की जरूरत, अगर साथ आए क्या होगा नफा-नुकसान?

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।