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जिस रास्ते दिल्ली गए थे चंपई सोरेन, उसी रास्त से वापस आएंगे झारखंड; BJP शामिल होने को लेकर सियासी अटकलें तेज

Champai Soren झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री के भाजपा में शामिल होने को लेकर अटकलें जारी हैं। चंपई सोरेन शनिवार को गुपचुप तरिके से दिल्ली के लिए निकले थे। आज चंपई सोरेन दिल्ली से वापस झारखंड आ रहे हैं। वे उस ही रास्ते से झारखंड वापस आ रहे हैं जिस रास्ते से वे दिल्ली के लिए निकले थे। इस खबर के बाद से सियासी अटकलें तेज हो गई हैं।

By Jagran News Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Tue, 20 Aug 2024 01:08 PM (IST)
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मंगलवार को झारखंड वापस आएंगे चंपई सोरेन
राज्य ब्यूरो, रांची। Jharkhand Politics: चंपई सोरेन जिस रास्ते दिल्ली गए थे, आज उसी रास्ते से वापस झारखंड वापिस लौटेंगे। मंगलवार दोपहर में उन्होंने नई दिल्ली से कोलकाता की फ्लाइट बुक कराई है।

कोलकाता पहुंचने के बाद वे वापस सड़क मार्ग से जमशेदपुर तक पहुंचेंगे। चंपई के साथ उनके पुत्र भी नई दिल्ली से लौट रहे हैं।

अभी तक चंपई सोरेन ने नहीं दिया इस्तीफा

राजनीतिक गलियों में चर्चा है कि सोरेन भाजपा में शामिल होने गए थे लेकिन मंगलवार तक ऐसी कोई सूचना नहीं मिल सकी है। प्रकरण में उन्होंने झामुमो नेतृत्व के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए एक्स पर पोस्ट किया था।

झारखंड भवन के अधिकारियों से यह सूचना मिली है। हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री चंपई सोरेन के झारखंड लौटने के साथ ही उनके भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। अभी तक चंपई ने झारखंड मुक्ति मोर्चा अथवा मंत्रिमंडल से इस्तीफा नहीं दिया है।

चंपई सोरेन ने किया था एक्स पर पोस्ट 

बीते रविवार को चंपई सोरेन ने एक्स पर अपने झामुमो से नाराजगी की वजह बताई थी। उन्होंने कई ऐसे कारण बताए थे जिसस कारण वे पार्टी से नाराज हैं।

चंपई सोरेन ने बताया कि उन्हें विधायक दल की बैठक बुलाने की अनुमति नहीं दी गई और उनसे अचानक इस्तीफा देने के लिए कहा गया, इस कारण उन्हें वैकल्पिक रास्ता तलाशने के लिए मजबूर हुए।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को विधायक दल की बैठक बुलाने का अधिकार था, लेकिन उन्हें बैठक का एजेंडा तक नहीं बताया गया। बैठक के दौरान मुझसे इस्तीफा देने के लिए भी कहा गया।

उन्होंने कहा कि मुझे आश्चर्य हुआ, लेकिन मुझे सत्ता का कोई लालच नहीं था और इसलिए मैंने तुरंत इस्तीफा दे दिया। मेरे स्वाभिमान पर जो आघात हुआ और उससे मेरा मन भावुक हो गया।

मेरे साथ किए गए अपमानजनक व्यवहार से चंपई सोरेन काफी भावुक भी हुए। उस दैरान वे अपने आंसुओं को भी नहीं रोक पाए, लेकिन उन्हें तो बस कुर्सी से मतलब था।

चंपई सोरेन ने कहा कि उन्हें ऐसा लग रहा था कि जैसे पार्टी में उनका कोई अस्तित्व ही नहीं बचा है। इस बीच कई ऐसी अपमानजनक घटनाएं घटीं, जिनका जिक्र मैं अभी नहीं करना चाहता। इतने अपमान और तिरस्कार के बाद मुझे मजबूरन वैकल्पिक रास्ता तलाशना पड़ा।

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