Move to Jagran APP

डॉक्टर ने उसे घोषित कर दिया मुर्दा, मां-बाप ने नहीं किया अंतिम संस्‍कार; 4 दिनों बाद फिर से जिंदा हो गई बच्‍ची

चिकित्सक ने छोटी बच्ची सोनी कुमारी को मृत घोषित किया और गोली कुमारी की स्थिति चिंताजनक बताई। बच्ची के परिजनों को चिकित्सक की बातों पर भरोसा नहीं हुआ और वह दोनों बच्चियों को सीमावर्ती बिहार के गया जिले के शेरघाटी स्थित सरकारी अस्पताल ले गए।

By Alok ShahiEdited By: Updated: Fri, 25 Dec 2020 06:25 AM (IST)
Hero Image
चार दिन तक आइसीयू में गहन चिकित्सा के बाद बच्ची जी उठी।
चतरा, जेएनएन। ईश्वर जिसकी रक्षा करता है उसे कोई मार नहीं सकता। यहां तक कि यदि पूरी दुनिया शत्रु बन जाए, तब भी उसका    कुछ बिगाड़ नहीं सकता। इस बात को सत्य कर दिखाया गेंजना पंचायत के सोनपुरा गांव में घटी एक घटना ने। वहां पिछले गुरुवार की देर शाम सीटू यादव की पत्नी शकुंत़ला देवी ने अपनी दो बच्चियों सोनी कुमारी (डेढ़ वर्ष) और गोली कुमारी (तीन वर्ष) को कुएं में डाल दिया था।

गांव वालों ने तत्परता दिखाते हुए दोनों बच्चियों को कुएं से निकाल लिया और पड़ोसी गांव पांडेयपुरा के एक चिकित्सक के पास ले गए। चिकित्सक ने छोटी बच्ची सोनी कुमारी को मृत घोषित किया और गोली कुमारी की स्थिति चिंताजनक बताई। बच्ची के परिजनों को चिकित्सक की बातों पर भरोसा नहीं हुआ और वह दोनों बच्चियों को सीमावर्ती बिहार के गया जिले के शेरघाटी स्थित सरकारी अस्पताल ले गए।

वहां चिकित्सक ने इलाज से इन्कार कर दिया तो परिजन दोनों बच्चियों को लेकर गया पहुंचे, जहां अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कालेज अस्पताल में चिकित्सक ने दोनों को कोमा में मानकर इलाज शुरू किया और कहा-अब सब ऊपर वाले के हाथ में है। यहां चार दिन तक आइसीयू में रखकर गहन चिकित्सा के बाद बच्ची को होश आ गया और वह जी उठी। परिवार वाले खुशी से चहक उठे।

इस घटना की सभी जगह चर्चा हो रही है। बच्ची के पिता ने भगवान का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि दिल मान नहीं रहा था कि मेरी बच्ची दुनिया छोड़ सकती है। इसलिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल लेकर दौड़ता रहा। स्वजनों ने यह भी कहा कि आज अगर बड़े अस्पताल नहीं जाते तो बच्ची की जान नहीं बचती। यह बोलते हुए सभी लोग फफक कर रो पड़े।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।