सावधान! रांची में बच्चा चोर गिरोह का आतंक, 3 दिन में 2 मामले आए सामने; अस्पताल और रेलवे स्टेशन को कर रहे टार्गेट
झारखंड की राजधानी रांची में एक बच्चा चोर गिरोह के सक्रिय होने का मामला सामने आया है। बीते तीन दिनों में इससे संबंधित दो मामले सामने आए हैं। ये खासकर रेलवे स्टेशन और अस्पतालों को अपना निशाना बना रहे हैं। चुनावी माहौल के बीच लगातार गश्ती के बाद भी ये पुलिस की चंगुल से बाहर हैं। खोए हुए बच्चे का भी अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है।
जागरण संवाददाता, रांची। राजधानी रांची में बच्चों को अगवा करने वाले गिरोह सक्रिय हो गए हैं। पिछले दो दिनों में दो बच्चों को अगवा करने जैसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें से एक बच्चे की चोरी सोमवार को रांची रेलवे स्टेशन से की गई, जबकि दूसरे मामले में दो दिन पहले अशोक नगर स्थित चटर्जी नर्सिंग होम से एक बच्ची को अगवा करने का प्रयास किया गया।
पुलिस की गिरफ्त से बाहर बच्चा चोर
दूसरी ओर अभी चुनाव को लेकर पुलिस लगातार गश्ती कर रही है, लेकिन यह बच्चा चोर गिरोह अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। सोमवार को रांची रेलवे स्टेशन पर सुबह 11 बजे 9 माह के एक बच्चे की चोरी हो गई।
चोरी की खबर फैलते ही पूरे रेलवे स्टेशन परिसर में सनसनी फैल गई। बच्चे का नाम शुभम कुमार बताया जा रहा है। घटना के बाद रेलवे पुलिस और जिला पुलिस लगातार बच्चा चोर की तलाश कर रही है, लेकिन अब तक बच्चा चोर के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
खोया हुआ बच्चा अब तक नहीं मिला वापस
घटना के संबंध में पीड़िता के पिता ने बताया कि वह, उनकी पत्नी और उनका बच्चा अगरतला से लौट रहे थे। रविवार की सुबह वह सभी रांची स्टेशन पर उतरे जहां से उन्हें लातेहार जाना था। लातेहार जाने के लिए ट्रेन का समय सुबह 10 बजे था।
इसलिए वह अपने परिवार के साथ रेलवे स्टेशन पर दूसरी ट्रेन का इंतजार करने लगे। लेकिन इसी बीच उनका बच्चा खो गया। वह पूरे स्टेशन परिसर में अपने बच्चे को ढूंढने लगे। जो अभी तक नहीं मिला है।
एक ही बच्चा था, वह भी ले गए
पीड़िता के पिता ने बताया कि उनका एक ही बच्चा है। बच्चे के खोने के बाद उनकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने रेलवे पुलिस से मांग की कि उनका बच्चा उन्हें ढ़ूंढ़ दें।
जब हमने रांची रेलवे स्टेशन के इंस्पेक्टर सूरज कुमार पांडे से बात की तो उन्होंने बताया कि जिस स्थान पर पीड़ित के माता-पिता अपने बच्चे के साथ खेल रहे थे वह स्टेशन परिसर के बाहर है, इसलिए वहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं और वह रेलवे स्टेशन के परिसर में भी नहीं है।यह स्टेशन के अंतर्गत नहीं आता है। लेकिन इसके बावजूद रेलवे पुलिस की एक टीम बनाकर लगातार बच्चे को ढूंढने की कोशिश की जा रही है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।