Jharkhand News: राज्य में बंद पड़े उद्योग दोबारा होंगे शुरू, CM चंपई सोरेन ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने शुक्रवार को उद्योग विभाग की समीक्षा के दौरान कहा कि राज्य में बंद पड़ी औद्योगिक इकाइयों को दोबारा से शुरू होंगी। सीएम सोरेन ने कहा कि बड़ी इंडस्ट्री के साथ-साथ लघु कुटीर एवं छोटे-छोटे ग्रामोद्योग को हर हाल में बढ़ावा मिलेगा और इससे जोड़कर गरीब किसान तथा जरूरतमंद लोगों के आय में वृद्धि भी हो सकेगी।
राज्य ब्यूरो, रांची। राज्य सरकार बंद पड़े औद्योगिक इकाइयों को फिर से आरंभ करेगी। मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने शुक्रवार को उद्योग विभाग की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बड़ी इंडस्ट्री के साथ-साथ लघु, कुटीर एवं छोटे-छोटे ग्रामोद्योग को हर हाल में बढ़ावा दें।
इससे जोड़कर गरीब, किसान तथा जरूरतमंद लोगों के आय में वृद्धि लाया जा सकता है। झारखंड में सिल्क और तसर उत्पादन के क्षेत्र में रोजगार के अच्छे अवसर हैं।
सीएम चंपई सोरेन ने महिलाओं के लिए की ये घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने झारक्राफ्ट तथा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में अधिक से अधिक संख्या में महिलाओं को प्रशिक्षण देकर हुनरमंद बनाएं। महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।राज्य में धागा उत्पादन के क्षेत्र में रोजगार की काफी संभावनाएं दिख रही हैं। तसर, रेशम कोकून की प्रोसेसिंग तथा धागा तैयार करने की ट्रेनिंग महिलाओं को अवश्य दें। जिन महिलाओं को खादी बोर्ड एवं झारक्राफ्ट द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है, उन्हें राज्य सरकार की नीति के तहत 35 प्रतिशत सब्सिडी देकर उपकरण भी उपलब्ध कराएं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत राजनगर में स्थापित खादी पार्क में विभिन्न प्रकार के वस्त्र निर्माण उद्योग हेतु एक बेहतर कार्य योजना बनाएं।
75 प्रतिशत स्थानीय लोगों का नियोजन करें सुनिश्चित
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने झारखंड इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (जियाडा) के कार्य प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि जियाडा अंतर्गत वैसे औद्योगिक यूनिट जो स्थापित होने के बाद किसी कारणवश बंद पड़े हैं, उनका सर्वेक्षण करें।
बंद पड़े औद्योगिक इकाइयों का नए सिरे से आवंटन कर उन्हें पुनर्जीवित करें। इससे हजारों की संख्या में लोगों को रोजगार से जोड़ा जा सकेगा।मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य सरकार द्वारा बनाई गई औद्योगिक नीति के तहत 75 प्रतिशत नियोजन स्थानीय लोगों को मिले, यह हर हाल में सुनिश्चित की जाए। जिस क्षेत्र में औद्योगिक संस्थाएं स्थापित हुई हैं, वहां के स्थानीय लोगों को नियोजन में प्राथमिकता मिलना चाहिए।
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