Hemant Soren : 'जब से जेल से आया हूं, तब से ये लोग परेशान', सदन में विपक्ष पर बरसें हेमंत सोरेन
Jharkhand Monsoon Session झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है। गुरुवार को सत्र के चौथे दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सदन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं जब से जेल से आया हूं तब से विपक्ष परेशान है। उनकी सीट में कांटा लग गया है। इसलिए चुभता है तो खड़े हो जाते हैं।
राज्य ब्यूरो, रांची। Jharkhand Monsoon Session विधानसभा में मानसून सत्र के चौथे दिन बुधवार को प्रश्न काल के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वे जब से जेल से आए हैं, विपक्ष परेशान है। विपक्ष के विधायकों की सीट में कांटा लग गया है। कांटा चुभता है और अचानक से खड़े हो जाते हैं। इन्हें राज्य की बहुत चिंताएं हैं।
उन्होंने कहा कि इनका धरना प्रदर्शन भी देख चुके हैं और राज्य के प्रति इनकी मंशा को भी पहचान गए हैं। विपक्ष के साथी घबराए नहीं, उनके एक-एक प्रश्न का उत्तर देंगे। बिंदुवार उत्तर देंगे। सभी सवालों को नोट किया जा रहा है। विपक्ष धैर्य रखे और उनका जवाब सुनकर जाये। विपक्ष के विधायकों को पूरा संतुष्ट किया जाएगा।
पेयजलापूर्ति योजना पर मुख्यमंत्री ने क्या कुछ कहा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान राजमहल से भाजपा के विधायक अनंत कुमार ओझा के पेयजलापूर्ति से जुड़े सवाल पर बोलने के लिए खड़े हुए थे। उनके अल्पसूचित प्रश्न पर सदन में मंत्री मिथिलेश ठाकुर जवाब दे रहे थे। विधायक अनंत ओझा व मंत्री मिथिलेश ठाकुर के बीच बहस चल रही थी।
इसी बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि वे राजमहल क्षेत्र में गए थे। वहां की जलापूर्ति योजना को भी देखा था। उन्होंने ही 2013-14 में पेयजलापूर्ति के लिए आधारशिला रखी थी। यह एक दिन चलने के बाद बंद हो गया था। फिर नहीं चला। पेयजलापूर्ति के लिए गंगा नदी से पानी लेने की लंबी प्रक्रिया है। वे इसे संज्ञान में लेंगे और व्यक्तिगत रूप से देखेंगे। सभी मिलजुलकर काम करेंगे।
युवाओं की नौकरी के सवाल पर भी हेमंत सोरेन ने दी प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री के संबोधन के बाद विपक्ष के विधायकों ने पांच लाख युवाओं की नौकरी पर सवाल किया तो मुख्यमंत्री ने कहा कि परेशान न हों, उनकी बारी आएगी तो वे बिंदुवार जवाब देंगे। मुख्यमंत्री के तीखे प्रहार के बाद विपक्ष के विधायक उग्र हो गए और आसन के सामने पहुंचकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे।
हो-हंगामे के बीच शून्यकाल की सूचनाएं व ध्यानाकषर्ण सूचनाएं ली गईं। आसन के लगातार आग्रह के बावजूद विपक्ष के विधायकों ने नारेबाजी जारी रखा।
विधानसभा में विधायक अनंत कुमार ओझा ने अल्पसूचित प्रश्न के माध्यम से राजमहल में जलापूर्ति योजना के अब तक अपूर्ण रहने का मामला उठाया था। उन्होंने कहा कि उक्त योजना की आधारशिला हेमंत सोरेन ने ही किया था, जिसमें केवल 40 प्रतिशत ही काम हुआ है।
ये भी पढ़ें-