Chhath Puja: हेमंत सोरेन ने डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य, रांची के हटनिया तालाब पर की उपासना; देखें तस्वीरें
Chhath Puja लोक आस्था के महापर्व छठ का आज तीसरा दिन है। आज अस्ताचल भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जा रहा है। इसे लेकर घाटों पर भीड़ उमड़ी हुई है। घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया है। छठ व्रतियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने खास तैयारियां की है। हेमंत सोरेन ने छठ पूजा के अवसर पर हटनिया तालाब में डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया।
डिजिटल डेस्क, रांची। लोक आस्था के महापर्व छठ की महिमा ऐसी है कि श्रद्धा और भक्ति-भाव में हर व्यक्ति समाहित हो जाता है। आम हो या खास सभी पवित्रता के बंधन में बंध जाते हैं। इस महापर्व के मौके पर हेमंत सोरेन भी अपनी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन और दोनों बेटों के साथ हटनिया तालाब घाट पर एक हजारों श्रद्धालुओं के बीच पहुंचे।
उन्होंने न्यू पुलिस लाइन निवासी और मजदूरी करने वाले मनोज शाह की पत्नी और व्रती अलका देवी के परिजनों के साथ अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने छठी मइया से राज्य की उन्नति और राज्यवासियों के सुख-समृद्धि, खुशहाली, शांति और निरोग जीवन की प्रार्थना की।
असीम आस्था और प्रकृति पूजा का प्रतीक छठ- सीएम
इस दौरान हेमंत सोरेन ने कहा कि छठ पर्व की अलौकिक परंपरा निभाने की संस्कृति सदियों से चली आ रही है। इस महापर्व में सभी तरह के फासले मिल जाते हैं। छठी मइया के लिए हर कोई समर्पित भाव से अपनी सेवा देता है।
वहीं, छठ व्रती 36 घंटे का निर्जला उपवास रखकर भगवान भास्कर की उपासना करते हैं। यह महापर्व असीम आस्था, पवित्रता, आत्मानुशासन, स्वच्छता और प्रकृति पूजा का प्रतीक है
बता दें कि यह सूर्य उपासना का पर्व चार दिनों का होता है। नहाय खाय से इस पर्व की शुरुआत होती है। दूसरे दिन व्रती खरना करती है। इसके बाद से छठ व्रती 36 घंटे के लिए निर्जला उपवास रखती हैं।
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