'जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद करते है भाजपा नेता', विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस हुई आक्रामक
Congress Attacks On BJP झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आती जा रही है। ऐसे में प्रदेश की राजनीति पारा चढ़ने लगा है। पक्ष-विपक्ष के बीच बयानबाजी भी शुरू हो चुकी है। इसी बीच निशिकांत दुबे की संताल परगना बिहार और बंगाल के सीमावर्ती इलाकों को मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग पर सियासी पारा चढ़ गया है। इस पर कांग्रेस ने पलटवार किया है।
राज्य ब्यूरो, रांची। भाजपा नेता निशिकांत दुबे की झारखंड के संताल परगना, बिहार और बंगाल के सीमावर्ती इलाकों को मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग पर राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने कहा कि भाजपा अब झारखंड के टुकड़े-टुकड़े करना चाहती है। भाजपा झारखंडियों की भावनाओं से खेल रही है।
प्रवक्ता सोनाल शांति ने कहा कि भाजपा का असली चरित्र धीरे-धीरे उजागर हो रहा है। झारखंड में आदिवासी समुदाय का भाजपा से दूर होना उन्हें पच नहीं रहा है।
BJP पर कांग्रेस प्रवक्ता ने जमकर साधा निशाना
उन्होंने विधानसभा में भाजपा के सचेतक विरंची नारायण द्वारा केंद्र शासित प्रदेश का समर्थन करने पर कहा कि भाजपा नेताओं की पुरानी आदत है कि वह जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद करते हैं। अपने केंद्रीय आकाओं को खुश करने के लिए बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में झारखंड का विभाजन करने को तैयार बैठे हैं।
उन्होंने कहा कि झारखंड निर्माण के साथ ही इसे खोखला करने की साजिश भाजपा द्वारा लगातार की जा रही है। यही कारण है कि विगत एक दशक से केंद्र के उदासीन रवैयै के कारण झारखंड पर कर्ज का बोझ बढ़ गया है।
'झारखंड को दी जाने वाली अनुदान राशि में की गई कमी'
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे यह भी कहा कि विगत 5 वर्षों के दौरान केंद्र द्वारा झारखंड को दी जाने वाली अनुदान राशि में 5000 करोड रुपये की कमी की गई है। इसके अलावा डीवीसी की बकाया राशि केंद्र सरकार के इशारे पर लगातार झारखंड के खाते से काटी गई।
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