Rahul Gandhi की यात्रा को लेकर कांग्रेस ने कसी कमर, नेताओं को सौंपा गया टास्क; इस विधायक ने बैठक से बनाईं दूरी
झारखंड में कांग्रेस विधायक दल की बैठक तो बुलाई गई थी राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर लेकिन चर्चा मुख्यमंत्री को लेकर हुई। कई कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि उन्हें पहले से ही पता था कि मंगलवार को विधायकों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए विधायकों का रुख ऐसा ही था।
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड में कांग्रेस विधायक दल की बैठक तो बुलाई गई थी राहुल गांधी की न्याय यात्रा की सफलता को लेकर, लेकिन इसमें सर्वाधिक चर्चा मुख्यमंत्री को लेकर हुई। कई कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि उन्हें पहले से ही पता था कि मंगलवार को विधायकों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे।
पूरी बैठक में मुख्यमंत्री की कथित गुमशुदगी पर चर्चा हुई और यह तय किया गया कि उनकी गुमशुदगी की बातों को सिरे से खारिज किया जाएगा। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए विधायकों का रुख ऐसा ही था।
बैठक के बाद विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि ऐसी स्थिति में गृह मंत्रालय क्या कर रहा था? ईडी, सीबीआइ, दिल्ली पुलिस आदि गृह मंत्रालय के अधीन हैं। मुख्यमंत्री की खबर पहले उनके पास होनी चाहिए थी। दीपिका ने गृह मंत्री के इस्तीफे तक की मांग की।
बाबूलाल मरांडी पर किया कटाक्ष
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के उस बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दर्ज कराई, जिसमें भाजपा ने सीएम को खोजने वालों को 11 हजार रुपये का इनाम देने से संबंधित पोस्टर जारी किया था। दीपिका ने कहा कि पैसे हमें भेजवा दें, हम गरीबों में बंटवा देंगे। कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि हमें पहले से ही पता था कि मुख्यमंत्री ने बैठक बुलाई है और वे इस बैठक में जरूर से मौजूद रहेंगे।
सोमवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने यह दावा किया था और मंगलवार को सीएम बैठक में मौजूद रहे भी। अंबा ने कहा कि सीएम कहीं भागने वाले नहीं।
कांग्रेस प्रभारी ने दिया टास्क
इसके पूर्व कांग्रेस के विधायकों के साथ बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की न्याय यात्रा के दौरान पूरी सतर्कता से काम करने का टास्क दिया और कहा कि सभी लोग यात्रा को सफल बनाने में जुट जाएं। उन्होंने इस दौरान न्याय यात्रा के पांचों हिस्सों पर सबसे चर्चा की और मौजूद सभी विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में भीड़ जुटाने का टास्क दिया।
विधायकों को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार कार्यकर्ताओं से संपर्क में रहें ताकि भीड़ की मौजूदगी सुनिश्चित हो सके। बैठक में झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह को छोड़कर तमाम कांग्रेस विधायकों की मौजूदगी रही। पूर्णिमा ने झारखंड से बाहर होने का हवाला देकर कार्यक्रम से दूरी बरती हैं।ये भी पढ़ें: 'हेमंत की गाड़ी में मिले पैसे ED-BJP ने रखे', झारखंड CM के दिल्ली आवास से मिली नोटों की गड्डी पर गरमाई सियासत
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