Bird Flu in Jharkhand: कोरोना से पहले बर्ड फ्लू का कहर, बिरसा जू में एक साथ सात पक्षियों की मौत
Bird Flu in Jharkhand रांची के बिरसा जैविक उद्यान में जिन पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू से हुई है उनमें गरुड़ और उल्लू शामिल हैं।
रांची, जासं। राजधानी रांची के बिरसा जैविक उद्यान के सात पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू से हुई है। जिन पक्षियों की मौत हुई है उनमें गरुड़ और उल्लू भी शामिल हैैं। जांच रिपोर्ट में पता चला है कि इन पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू एच5 एन1 वायरस के कारण हुई। करीब 20 दिन पहले उद्यान में इन पक्षियों की मौत हुई।
जांच में इन पक्षियों के बर्ड फ्लू से संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद हड़कंप मच गया है। खतरे को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम गुरुवार को भगवान बिरसा जैविक उद्यान चकला और सीएचसी डुंडे पहुंची और निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को कई निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान भगवान बिरसा जैविक उद्यान के सभी पशुपालकों को पशु-पक्षियों की देखरेख और साफ-सफाई की जानकारी ली। निरीक्षण टीम में नदेशक पीआरओएफ एआइआइएच एंड पीएच डॉ. मधुमिता डोबे, डॉ. रविशंकर सिंह, डॉ. डिंपल कसाना, डॉ. अमरेंद्र सिंह, जिला पशुपालन पदाधिकारी सह निदेशक डॉ. दयानन्द प्रसाद, डाॉ. राजीव भूषण, उद्यान पशु चिकित्सक डॉ. अजय कुमार, बीएचओ डॉ. मनोज कुमार झा, बर्ड फ्लू के नोडल पदाधिकरी डॉ. आलोक कुमार सिंह, डॉ. श्रेया सिन्हा और डॉ. नमिता शामिल थे।
जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि
पक्षियों की मौत के बाद पोस्टमार्टम कर जांच के लिए सैंपल कोलकाता व बरेली के लेबोरेट्री भेजा गया था। जांच रिपोर्ट में नमूनों में बर्ड फ्लू पॉजिटिव पाया गया। जांच रिपोर्ट के बाद भारत सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय ने भगवान बिरसा जैविक उद्यान और सीएचसी डुंडे ओरमांझी की जांच के लिए एक टीम ने पहुंचकर जांच की।
पर्यटक व कर्मी को संक्रमण का खतरा
उद्यान में आने वाले पर्यटक व पक्षियों की देखभाल करने वाले कर्मियों को भी संक्रमण का खतरा पैदा हो गया। स्थिति पर निगाह रखी जा रही है। जिला पशुपालन पदाधिकारी को पक्षियों की मौत का सर्वे कराने को कहा गया। प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी रेणू बखला को भगवान बिरसा जैविक उद्यान के आस-पास के गांवों में मुख्य रूप से ईरबा, चकला, करमा, रूक्का, हरदाग और ओरमांझी में शुक्रवार से टीम भेजने को कहा गया है। एक टीम सहिया और एएनएम को घर-घर जाकर उस गांव में कितने लोगों को सर्दी, खासी, बुखार और सांस लेने में दिक्कत हैं। जांच कराने को कहा गया। साथ ही सर्वे कर सघन जांच अभियान चला व जू के आसपास भी स्वास्थ्य कैंप लगाने का निर्देश दिया गया है।
हटाए जाएंगे आठ वर्षों से बिरसा जैविक उद्यान में जमे पशु चिकित्सक अजय कुमार
बिरसा जैविक उद्यान में आठ वर्षों से पदस्थापित पशु चिकित्सक अजय कुमार को तत्काल वहां से हटाया जाएगा। कृषि मंत्री बादल ने मथुरा महतो के सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। मथुरा महतो ने अल्पसूचित प्रश्न काल के दौरान कहा था कि बिरसा जैविक उद्यान में दैनिक मजदूर राजेंद्र महतो न 11 जनवरी को उद्यान परिसर में जहर खा लिया था। इस कारण उसकी मृत्यु हो गई थी। स्व. राजेंद्र महतो की पत्नी ने मानसिक रूप से प्रताडि़त करने का आरोप पशु चिकित्सक डॉ. अजय कुमार पर लगाया था। उन्होंने पूरे मामले की जांच और अजय कुमार को स्थानांतरित करने की सरकार से मांग की थी। कृषि मंत्री बादल ने बताया कि इस मामले में पुलिस अनुसंधान चल रहा है। मामला चूकि हमारे विभाग से जुड़ा है इसलिए हम पशु चिकित्सक को हटा लेंगे। उन्हें स्थानांतरित कर दिया जाएगा।